मुंबई। फार्मा कंपनी एस्ट्राजेनेका भारत में करीब 50 क्लीनिकल परीक्षण कर रही है। इसके अलावा कंपनी कई महत्वपूर्ण दवाओं का आयात करने की योजना भी बना रही है।

इन दवाओं के आयात की योजना

एस्ट्राजेनेका की योजना सांस के संक्रमण के लिए पैलिविजुमैब, कैंसर के लिए ट्रेमेलिमुमैब और अस्थमा के लिए बुडेसोनाइड, फॉर्मोटेरोल फ्यूमरेट, ग्लाइकोपाइरोनियम फिक्स्ड डोज कॉम्बिनेशन (एफडीसी) का आयात करने की है। हालांकि इन दवाओं का आयात सभी जरूरी वैधानिक नियामकीय मंजूरी मिलने पर ही किया जा सकेगा।

एंडेक्सनेट अल्फा के आयात की मिली इजाजत

बता दें कि बीते दिनों एस्ट्राजेनेका की नई दवा एंडेक्सनेट अल्फा (रक्तस्राव संबंधी जटिलताओं के लिए) को केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) से आयात करने की अनुमति मिली थी।

कंपनी ने कहा है कि एंडेक्सनेट अल्फा की कीमत ‘टिकाऊ और उचित स्वास्थ्य देखभाल के वातावरण’ को बढ़ावा देने के सिद्धांत पर है। एंडेक्सनेट अल्फा को विशेष रूप से आपातकालीन स्थितियों के दौरान एंटीकोआगुलेंट दवाओं के असर से निपटने के लिए तैयार किया गया है।

50 से अधिक वैश्विक क्लीनिकल परीक्षण जारी

एस्ट्राजेनेका ने कहा कि भारत में विभिन्न चिकित्सीय क्षेत्रों में 50 से अधिक वैश्विक क्लीनिकल परीक्षण चल रहे हैं। हमारा बहुकेंद्रित दृष्टिकोण विनियामकी जरूरतों के अनुसार है। इससे स्थानीय क्लीनिकल परीक्षण पर आधारित कारगर आंकड़ों के महत्व ज्ञात होता है।

दवाओं के आयात पर सावधानीपूर्वक विचार

फार्मा कंपनी

चिकित्सा विज्ञान में वृद्धि और विशिष्ट चुनौतियों का समाधान करने के लिए हम प्रतिबद्ध है। दवाओं के आयाात के मामले में उपयुक्त देशों का चयन करने के लिए कंपनी परिचालन, चिकित्सा और वाणिज्यिक दृष्टिकोण पर सावधानीपूर्वक विचार करती है। यह दृष्टिकोण देश की स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकताओं के साथ तालमेल सुनिश्चित करता है।