नई दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल ने कहा कि कैंसर पीडि़तों के जो आंकड़े सामने आए हैं, उनमें पुरुषों के अनुपात में महिलाएं अधिक पीडि़त हैं। कैंसर के बढ़ते मामलों को देखते हुए सरकार देशभर में 27 कैंसर केंद्र बनाने की तैयारी कर रही है। वे फिक्की लेडीज ऑर्गनाइजेशन (एफएलओ) द्वारा आयोजित कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रही थी।
राज्य मंत्री पटेल ने कहा कि कैंसर से डरना नहीं, उसका सामना करना होगा। उन्होंने कहा कि भारत को कैंसर से जीतना होगा और देश की महिलाओं को कैंसर को हराना होगा। कार्यक्रम में अर्नस्ट एंड यंग की ओर से श्वेत पत्र एक्सपेंडिंग कैंसर केयर फॉर वूमन इन इंडिया भी जारी किया गया। इस मौके पर महिलाओं में कैंसर से बचाव को लेकर अपोलो अस्पताल के साथ स्वास्थ्य अभियान की शुरुआत की गई। इसे ‘नर्चरिंग द नर्चरर अभियान’ नाम दिया गया। यह अभियान महिलाओं में ब्रेस्ट कैंसर, सर्वाइकल कैंसर समेत अन्य प्रकार के कैंसर से बचाव पर केंद्रित होगा। इसे लेकर एफएलओ व अपोलो हेल्थकेयर के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर भी किए गए।
ये केंद्र मेडिकल कॉलेज, जिला अस्पतालों व सरकारी योजनाओं से जुडक़र काम करेंगे। कार्यक्रम में कैनेडियन अभिनेत्री व मॉडल लीजा रे ने भी कैंसर से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने कहा कि कैंसर ने मेरे जीवन में बहुत बदलाव किए। इसके बाद मैंने जीवन सकारात्मक पक्ष को समझा। पहले मैं अपने कैंसर से पीड़ित होने को सार्वजनिक करने में घबराती थी, लेकिन इसे सार्वजनिक करने के बाद मुङो सारे विश्व से विशेषकर भारत से बहुत समर्थन मिला। अपोलो अस्पताल समूह के सर्जिकल ऑन्कोलॉजी विभाग के वरिष्ठ कंसल्टेंट समीर कौल ने कहा कि अध्ययन के अनुसार देश में प्रत्येक दो में से एक महिला स्तन कैंसर से पीडि़त है, जबकि प्रत्येक आठ मिनट में सर्वाइकल कैंसर से एक महिला दम तोड़ रही है। यह आंकड़े बदलने की जरूरत है।