हैदराबाद। डीसीए ने छापेमारी कर 20 दवा दुकानों के लाइसेंस सस्पेंड कर दिए हैं और एक दुकान का लाइसेंस कैंसिल भी किया है।
यह रेड आदत बनाने वाली दवाओं की अवैध बिक्री को रोकने के लिए की गई। इन दवाओं में कोडीनयुक्त कफ सिरप, नाइट्राजेपम (नाइट्रावेट) टैबलेट, अल्प्राजोलम (रेस्टिल) टैबलेट, ट्रामाडोल (अल्ट्रासेट) टैबलेट और टेपेंटाडोल (टाइडोल) टैबलेट शामिल हैं।
तेलंगाना के ड्रग कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन (डीसीए) के अधिकारी ने बताया कि अवैध दवा बिक्री पर हैदराबाद और सिकंदराबाद जोन में जांच अभियान चलाया। उन्होंने कहा कि आदत बनाने वाली दवाओं की अवैध बिक्री ड्रग्स और कॉस्मेटिक्स अधिनियम के तहत एक गंभीर अपराध है। डीसीए किसी भी उल्लंघन के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध है। इन दवाओं के दुरुपयोग से लत, श्वसन अवसाद, दौरे और संभावित मृत्यु सहित गंभीर जोखिम पैदा होते हैं।