सीधी (मध्य प्रदेश। जिला अस्पताल के निजीकरण का विरोध किया जा रहा है और आंदोलन की चेतावनी दी गई है। मामला सिमरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के सामने जिला अस्पताल के निजीकरण का है। इसे लेकर पहले भी प्रशासन से बात की जा चुकी है। अगर प्रशासन उनकी मांग पूरी नहीं करता है, तो जल्द ही अनिश्चितकालीन आंदोलन किया जाएगा।
मेडिकल कॉलेज खोलने के नाम पर जिला अस्पताल को प्राइवेट व्यक्ति के हाथों में दे दिया गया है। यह कार्रवाई पीपीपी मॉडल के तहत की गई है। इसे रोकने के लिए जिला प्रशासन ने कोई भी कार्रवाई नहीं की है। इसके चलते विरोध प्रदर्शन किया गया है।
आंदोलन की चेतावनी
टोको रोको ठोको क्रांतिकारी मोर्चा के संयोजक उमेश तिवारी का कहना है कि क्षेत्र में स्वास्थ्य विभाग द्वारा किसी प्रकार की कोई सुविधा उपलब्ध नहीं कराई जा रही है। न ही इसमें किसी प्रकार का कोई सुधार किया जा रहा है। आदिवासी नेता विवेक कोल का कहना है कि प्रशासन द्वारा मांग पूरी न होने पर आंदोलन किया जाएगा और उसकी पूरी जिम्मेदारी प्रशासन की होगी।