मुंबई। मेडिकल कॉलेज में दाखिला घोटाला का मुख्य आरोपी गिरफ्तार कर लिया गया है। बोरीवली पुलिस ने पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज में एमडी पाठ्यक्रम प्रवेश से संबंधित लगभग 81 लाख रुपये के घोटाले के मामले मे मुख्य आरोपी अनिल रामचंद्र तांबट को अरेस्ट कर लिया है। आरोपी पर सह-साजिशकर्ता संदीप वाघमारे, अभिजीत पाटिल और भूषण पाटिल के साथ एक मेडिकल पेशेवर को धोखा देने का आरोप लगाया  है। पीडि़त को धोखाधड़ी की शिकायत करने या अपने पैसे वापस मांगने पर उसके बेटे के अपहरण और हत्या की धमकी भी दी गई।

यह है मामला

कांदिवली के मंगेश अनंत राणे मेडिकल और सर्जिकल सप्लाई का बिजनेस चलाते हैं। उनके बेटे आदित्य ने 2019 में एमबीबीएस पूरा किया, लेकिन उसे एमडी पाठ्यक्रम में प्रवेश नहीं मिल सका। करीब दो साल पहले मंगेश की मुलाकात नांदेड़ के संदीप वाघमारे से हुई। राणे ने अपने बेटे की आकांक्षाओं के बारे में बताया। वाघमारे ने तब आदित्य को औरंगाबाद के एक प्रतिष्ठित कॉलेज में एनआरआई कोटा के माध्यम से एमडी की सीट दिलाने का वादा किया। वाघमारे ने उसे अभिजीत पाटिल से मिलवाया और वे मंगेश को औरंगाबाद ले गए, जहां उनकी मुलाकात अनिल तांबट से हुई।

दोनों ने मिलकर मंगेश को आश्वासन दिया कि उसके बेटे को सरकारी कोटे से एक सीट मिलेगी. उन्होंने अनिल ताम्बट को 94 लाख, अभिजीत पाटिल को 8.5 लाख, संदीप वाघमारे को 23 लाख और भूषण पाटिल को 11 लाख, कुल मिलाकर 1.36 करोड़ का भुगतान किया। इसके तुरंत बाद, उन्होंने कॉलेज आईडी कार्ड के साथ आदित्य के प्रवेश दस्तावेज भेजे, जिसमें दावा किया गया कि उसे प्रवेश मिल गया है।

मंगेश को बाद में पता चला कि दस्तावेज और आईडी कार्ड नकली थे। जब मंगेश ने समूह का सामना किया और अपने पैसे वापस मांगे, तो उन्होंने 55 लाख लौटा दिए लेकिन 81 लाख रोक लिए। इसके बजाय, उन्होंने पुलिस से संपर्क करने पर उसके बेटे का अपहरण करने और उसे मार डालने की धमकी दी।

मंगेश ने बोरीवली पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने अनिल तांबट, संदीप वाघमारे, अभिजीत पाटिल और भूषण पाटिल के खिलाफ आईपीसी की कई धाराओं के तहत मामला दर्ज किया। जांच के बाद पुलिस ने अनिल तांबट को औरंगाबाद से गिरफ्तार कर लिया। आगे की पूछताछ के लिए वह फिलहाल पुलिस हिरासत में है। पुलिस ने तीन सह-आरोपियों की भी पहचान की है और उन्हें गिरफ्तार करने की मुहिम में जुटी है।