चंडीगढ़। 22 नशा मुक्ति केंद्रों में नशीली दवाओं के दुरुपयोग का मामला सामने आया है। इनके मालिक चंडीगढ़ निवासी डॉ. अमित बंसल को गिरफ्तार कर लिया गया है। इस मामले में ड्रग इंस्पेक्टर लुधियाना रूपप्रीत कौर को भी सह आरोपी बनाया गया है। उनकी गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। राज्य सतर्कता ब्यूरो के अनुसार इस संबंध में दोनों आरोपियों के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7, 7-ए और आई के तहत फ्लाइंग कार्यालय में मामला दर्ज किया गया है।

यह है मामला

जानकारी मिली कि डॉ. अमित बंसल पंजाब में करीब 22 नशा मुक्ति केंद्र चला रहे हैं। यहां नशे के आदी लोगों को एडनॉक-एन 0.4 और एडनॉक-एन 2.0 (ब्यूप्रेनोर्फिन और नालोक्सोन) उपलब्ध कराया जाता है। सामने आया कि आरोपी डॉ. अमित बंसल द्वारा संचालित इन नशा मुक्ति केंद्रों में उक्त गोलियों का दुरुपयोग किया जा रहा था। इन गोलियों को बाजार में ऐसे लोगों को बेचा जा रहा था, जिनका नयाा मुक्ति केंद्र में नाम नहीं है।

इससे पहले लुधियाना में डॉ. अमित बंसल के सिमरन अस्पताल/नशा मुक्ति केंद्र के कर्मचारियों विदांत और कमलजीत सिंह के खिलाफ पुलिस में मामला दर्ज किया गया था। इन कर्मचारियों द्वारा दिए गए कबूलनामे के आधार पर उनके पास से लगभग 23 हजार नशीली गोलियां जिनकी कीमत 90 हजार रुपये है, बरामद की गईं।

ड्रग इंस्पेक्टर रूपप्रीत कौर ने निदेशक, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण पंजाब को एक अलग रिपोर्ट भेजी है। इसमें डॉ. अमित बंसल ने 610 टैबलेट की कमी के संबंध में कानूनी कार्रवाई से बचने के लिए 4610 टैबलेट के बजाय 4000 टैबलेट की कमी का उल्लेख किया है। यह उनके पद के दुरुपयोग और भ्रष्टाचार को दर्शाता है। मामले की गहन जांच की जा रही है।