पटना। फार्मेसी एसोसिएशन द्वारा बिहार इंडस्ट्रियल हॉल पटना में राष्ट्रीय फार्मेसी सप्ताह का आयोजन किया गया। जिसमें बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे ने शिरकत की। इस दौरान मंगल पांडे ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि समाज में फार्मासिस्टों की उपयोगिता बहुत जरूरी है। फार्मासिस्ट दवा निर्माण वितरण भंडारण एवं दवा के अनुसंधान में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और समाज में दवाओं से होने वाले दुष्प्रभाव को भी कम करते है।

कार्यक्रम में एसोसिएशन के विनोद कुमार ने कहा कि सरकार ने हाल ही में फार्मासिस्ट नियमावली बनाई है। जिसमें फार्मासिस्टों की एक पोस्ट समाप्त कर दी गई है और 2014 से आज तक सरकार ड्रग लाइसेंस प्रक्रिया ऑनलाइन नहीं कर पाई है। कुमार ने बताया कि बिहार फार्मेसी काउंसिल में आज भी अवैध रजिस्ट्रेशन हो रहे हैं।

वहीं बिहार के फार्म एक्टिविस्ट रजत राज ने बिहार में ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट के उल्लंघन को लेकर अपनी बात रखी। राज ने कहा कि सूबे में ड्रग एंड कॉस्मेटिक एक्ट का उल्लंघन किया जा रहा है। इन उल्लघंनों के कारण जनता को ना तो उचित दवाइयां मिल रही हैं और ना ही दवाइयों का सदुपयोग हो रहा है।

नीतीश सरकार द्वारा की गई शराबंबदी का भी अब तोड़ निकला जा चुका है। प्रदेश में शराबबंदी के कारण लोग दवा को नशे का रूप दे रहे हैं। आपको जानकर हैरानी होगी कि राज्य में औषधि निरीक्षकों के पास वीडियो कैमरा नहीं होने की वजह से पिछले 3 महीने से दवा दुकानों का निरीक्षण नहीं हो सका है। ऐसे में सरकारी अस्पतालों में भी फार्मासिस्ट का काम नर्सिंग कर्मियों से कराया जा रहा है। जिन्हें दवा की फार्माकोलॉजी भी नहीं मालूम है।