हरिद्वार। नशीली दवाओं की तस्करी का भंडाफोड़ किया गया है। मौके से दो तस्करों को गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। यह कार्रवाई एंटी नारकोटिक्स टास्क फोर्स, पुलिस और ड्रग एंड कंट्रोल विभाग ने मिलकर की।

यह है मामला

रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में एक ट्रांसपोर्ट कंपनी की आड़ में नशीली दवाओं की तस्करी का मामला सामने आया। इस मामले में हरिद्वार व देहरादून से संचालक समेत दो लोग गिरफ्तार किए गए हैं। हरिद्वार के गोदाम से 3.41 लाख नशीले कैप्सूल बरामद हुए हैं। इनकी कीमत करीब 30 लाख रुपये आंकी गई है। वहीं, देहरादून स्थित गोदाम से करीब 4.14 करोड़ रुपये की नशीली दवाएं बरामद हुई हैं।

यह है मामला

ड्रग इंस्पेक्टर अनिता भारती को सूचना मिली कि औद्योगिक क्षेत्र रानीपुर स्थित आंचल एक्सप्रेस चौहान कम्पाउंड के गोदाम में नशीली दवाएं स्टोर की गई हैं। इन्हें अन्य स्थानों पर सप्लाई किया जा रहा है। इसके संचालक अनिल लडवाल हैं। इसके चलते ड्रग इंस्पेक्टर एएनटीएफ व पुलिस की टीम ने कंपनी के गोदाम पर छापा मारा। मौके से आरोपी शमशेर निवासी ग्राम पुरनपुरा, थाना भिवानी, हरियाणा को पकड़ा गया। गोदाम की तलाशी लेने पर 24 पेटियां मिलीं, जिनमें 3,41,568 नशे के कैप्सूल निकले।

पुलिस ने ट्रांसपोर्ट कंपनी के संचालक अनिल लडवाल निवासी भिवानी, हरियाणा को भी देहरादून से गिरफ्तार कर लिया। उसके सेलाकुई स्थित गोदाम से 4.14 करोड़ की दवाएं जब्त की गईं हैं। एसपी सिटी पंकज गैरोला ने बताया कि अनिल लडवाल दवाओं के कारोबार की आड़ मे नशीली दवाएं भी गोदाम में स्टोर कर ट्रांसपोर्ट व सप्लाई करने का काम करता है। वह देहरादून से लाकुई स्थित गोदाम से यह माल लाता था और मुनाफे का कुछ हिस्सा शमशेर को भी देता था। शमशेर उसका मौसेरा भाई है। उसकी निशानदेही पर गोदाम से कुल 2167 बॉक्स सिरप, इसमें कुल 216700 शीशी और 601344 कैप्सूल बरामद हुए। इसकी कीमत 4.14 करोड़ रुपये हैं। फिलहाल गोदाम को सील कर मामले की जांच की जा रही है।