नई दिल्ली। वेट लॉस दवा रायबलसस ने बिक्री के आधार पर भारतीय बाजार पर कब्जा जमा लिया है। नोवो नोरडिस्क फार्मा की दवा रायबलसस की बिक्री देश में तेजी से बढ़ रही है। बीते वर्ष से अब तक इस दवा की बिक्री 35 फीसदी बढक़र 405 करोड़ रुपये तक पहुंच गई है। यह इंडिया में सबसे तेजी से बढऩा ब्रांड बन गया है।

गौरतलब है कि रायबलसस दवा का इस्तेमाल टाइप 2 डायबिटीज के इलाज में होता है। वजन घटाने में भी यह मददगार है। रायबलसस जैसी दवाओं की ज्यादा बिक्री से वेट घटाने वाली दवाओं की मजबूत डिमांड का पता चलता है। यह उन कंपनियों के लिए भी अच्छा संकेत है जो भारत में इसका जेनरिक वर्जन लॉन्च करने की तैयारी में हैं।

नोमुरा रिसर्च के अनुसार रायबलसस की बिक्री से पता चलता है कि इस दवा के जेनरिक वर्जन की ज्यादा मांग है। 2022 में लॉन्च होने के बाद से ही भारतीय बाजार में इसकी मजबूत मांग रही है। अमेरिका फार्मा कंपनी Eli Lilly ने इस साल मार्च में मोटापा कम करने वाली दवा Mounjaro इंडिया में लॉन्च की थी। इस दवा को इंडिया में अपेक्षाकृत महंगा माना जाता है।

उम्मीद है कि जेनरिक फार्मा कंपनियों की एंट्री से इसकी कीमतों में कमी आएगी। Senaglutide का पेटेंट इंडिया, कनाडा और अमेरिका को छोड़ दूसरे देशों में 2026 में एक्सपायर होने जा रहा है। अगर जेनरिक दवाइयां वजन घटाने वाली दवाओं के बाजार के एक हिस्से पर भी कब्जा करने में कामयाब हो जाती हैं तो यह इंडिया में GLP-1 बनाने वाली कंपनियों के लिए बड़ा मौका होगा। माना जा रहा है कि फार्मा कंपनियों को वजन घटाने वाली दवाओं का बाजार काफी बढऩे की उम्मीद है।