जिनेवा (स्विटजरलैंड)। फ्लेवर तम्बाकू और निकोटीन उत्पादों पर वैश्विक प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया गया है। विश्व तम्बाकू निषेध दिवस पर विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने सरकारों से युवाओं को नशे की लत से बचाने के लिए सिगरेट, पाउच, हुक्का और ई-सिगरेट सहित तम्बाकू और निकोटीन उत्पादों में सभी स्वादों पर तत्काल प्रतिबंध लगाने का आह्वान किया है।

गौरतलब है कि मेंथॉल, बबल गम और कॉटन कैंडी जैसे स्वाद तम्बाकू और निकोटीन उत्पादों की कठोरता को छिपा रहे हैं। ये जहरयुक्त उत्पादों को युवाओं के अनुकूल चारा बना रहे हैं। नका स्वाद न केवल छोडऩे को कठिन बनाते हैं बल्कि गंभीर फेफड़ों की बीमारियों से भी जुड़े हैं।

डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस एडनॉम घेब्रेयसस ने कहा कि स्वाद लत की एक नई लहर को बढ़ावा दे रहे हैं और उन्हें प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। वे तम्बाकू नियंत्रण में दशकों की प्रगति को कमजोर करते हैं। वैश्विक तम्बाकू महामारी जो पहले से ही हर साल लगभग 8 मिलियन लोगों को मार रही है, आकर्षक स्वादों के साथ नशे की लत से प्रेरित होती रहेगी।

फ्लेवर एक प्रमुख कारण है कि युवा लोग तंबाकू और निकोटीन उत्पादों को आज़माते हैं। डब्ल्यूएचओ ने दोहराया है कि गर्म तम्बाकू उत्पादों सहित तम्बाकू उत्पाद उपयोगकर्ताओं को कैंसर पैदा करने वाले रसायनों के संपर्क में लाते हैं और उन्हें सख्ती से नियंत्रित किया जाना चाहिए।