करनाल (हरियाणा)। मेडिकल कॉलेज में एक्सपायर्ड दवाएं और मेडिकल सामग्री मिलीं हैं। हरियाणा विधानसभा की विषय समिति ने कल्पना चावला राजकीय मेडिकल कॉलेज में निरीक्षण किया। समिति को ऑपरेशन स्टोर और आईसीयू में एक्सपायर्ड दवाएं और मेडिकल सामग्री मिली। ये दवाएं मरीजों को दिए जाने का आरोप भी है।

बेहोशी की दवा, ड्रेसिंग और पंपिंग किट आदि की मियाद 2024 में ही खत्म हो चुकी थी। स्टोर में एक्सपायर दवाओं की कई पेटियां मिलीं। एक-एक दवा की शीशी की कीमत 25-25 हजार रुपये तक है। कांग्रेस विधायक इंदुराज नरवाल ने आरोप लगाया कि अस्पताल प्रशासन की भारी लापरवाही रही है। मरीजों को एक्सपायरी दवाएं दी जा रही हैं। उन्होंने कहा कि वह यह मामला विधानसभा में उठाएंगे। उन्होंने मौके से एक्सपायर दवाओं के सैंपल भी लिए।

डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ से सवाल किए तो एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डाल दी। नर्सों ने कहा कि वे स्टोर से दवाएं सिर्फ लाकर देती हैं। डॉक्टरों ने सफाई दी कि जो दवा आती है, वे मंगवा लेते हैं। स्टोर इंचार्ज ने कहा कि इन दवाओं में घपला हुआ है। जिस डॉक्टर ने इनको खरीदा था, अब उनका ट्रांसफर हो चुका है।

विधायक ने पूछा कि दवाएं एक्सपायर हो रही थी तो इनको दूसरे संस्थानों में क्यों नहीं भेजा। जरूरतमंद लोग दवाएं न मिलने से परेशान हैं। अगर निरीक्षण न होता तो लाखों की एक्सपायर दवाओं का खुलासा नहीं होता।

कॉलेज परिसर में पड़ी लाखों की मिट्टी को रातों-रात बेचने का आरोप भी लगा। समिति ने जांच के आदेश देने की बात कही है। पहले कॉलेज में पैरा मेडिकल छात्राओं ने ओटी ट्रेनर पर शोषण के आरोप लगाए थे। मेडिकल कॉलेज के निदेशक डॉ. एमके गर्ग ने कहा कि मामला संज्ञान में आ चुका है। यह गंभीर लापरवाही है। इस पर विभागाध्यक्षों से जवाब मांगे हैं। उनके जवाब मिलने के बाद जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।