नई दिल्ली। WHO ने कैंसर और डायबिटीज की दवाओं को लिस्ट में शामिल किया है। वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने अपनी मॉडल लिस्ट ऑफ एसेंशियल मेडिसिन्स और एसेंशियल मेडिसिन्स फॉर चिल्ड्रेन को अपडेट किया है। इसमें कैंसर, डायबिटीज और अन्य गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए नई दवाइयां जोड़ी हैं। वहीं, सिस्टिक फाइब्रोसिस, सोरायसिस, हेमोफीलिया जैसी बीमारियों के लिए भी नए ट्रीटमेंट को शामिल किया है। इन लिस्ट में उन दवाओं को शामिल किया जाता है, जो सबसे ज्यादा असरदार, सुरक्षित और किफायती होती हैं। इन दवाओं का चयन विशेषज्ञ समिति द्वारा किया जाता है। समिति इन दवाओं की क्लीनिकल एफिकेसी, सेफ्टी और कीमत का मूल्यांकन करती है।

इन दवाओं को लिस्ट में किया शामिल

कैंसर दुनियाभर में मौत का दूसरा सबसे बड़ा कारण है। इसकी चपेट में आकर हर साल 1 करोड़ लोगों की मौत हो जाती है। इसे देखते हुए WHO ने एसेंशियल मेडिसिन्स लिस्ट में कैंसर की नई दवाओं को शामिल किया है। ये दवाइयां शरीर के इम्यून सिस्टम को कैंसर कोशिकाओं को पहचानने और उन पर हमला करने में मदद करती है। इन दवाओं में Pembrolizumab, Atezolizumab और Cemiplimab शामिल हैं। इन्हें मेटास्टेटिक सर्विकल कैंसर और कोलोरेक्टल कैंसर समेत कई कैंसर में यूज किया जाता है।

WHO ने GLP-1 रिसेप्टर एगोनिस्ट दवाओं को लिस्ट में शामिल किया है। ये दवाइयां टाइप 2 डायबिटीज, हार्ट डिजीज और किडनी की समस्याओं के इलाज में मददगार होती हैं। इन दवाओं से ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद मिलती है और यह मोटापे को भी नियंत्रित करती हैं। इन दवाओं में Semaglutide, Dulaglutide और Tirzepatide शामिल हैं। ये दवाएं डायबिटीज और मोटापे जैसी समस्याओं से जूझ रहे लोगों को राहत देने में मददगार हो सकती हैं।