लखनऊ (यूपी)। कफ सिरप की तस्करी के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ है। आरोपी चार तस्करों को गिरफ्तार करने में एसटीएफ को सफलता मिली है। नामी कंपनियों के कफ सिरप की अंतरराट्रीय तस्करी हो रही थी। यह सिरप बांग्लादेश सहित विभिन्न राज्यों में नशे के रूप में अवैध रूप से बेचा जा रहा था। इस मामले में मुख्य सरगना विभोर राणा और विशाल सिंह सहित चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों ने इस अवैध व्यापार से लगभग 200 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित की है। एसटीएफ जांच में जुटी हुई है।
यह है मामला
अपर पुलिस अधीक्षक लाल प्रताप सिंह के मुताबिक़ कफ सिरप तस्करी में विभोर राणा, विशाल सिंह, बिट्टू और सचिन को गिरफ्तार किया है। सभी सहारनपुर के रहने वाले हैं। अभियुक्तों ने बताया कि कफ सिरप की बांग्लादेश में नशे के रूप में अत्यधिक मांग है। उन्होंने अधिक लाभ कमाने के उद्देश्य से फर्जी ड्रग लाइसेंस और फर्जी फर्में बनाकर खरीद-फरोख्त दिखाई। वह दवा को असली रिटेलर को न देकर सीधे तस्कर गिरोहों को बेच देते थे। अभियुक्तों ने इसकी अवैध तस्करी से अब तक करीब 200 करोड़ की अवैध संपत्ति अर्जित की है।
उन्हें एक नामी दवा कंपनी से सुपर डिस्ट्रीब्यूटरशिप मिली हुई थी। वे कंपनी के कुछ वरिष्ठ अधिकारियों से मिलीभगत कर अपना कारोबार चला रहे थे। उन्होंने फर्जी फर्मों के नाम पर डिस्ट्रीब्यूटरशिप लेकर विदेशों तक दवा की तस्करी की थी। इस गिरोह में और लोगों के भी नाम सामने आए हैं। उनकी जांच की जा रही है। सभी आरोपियों के खिलाफ विधिक कार्रवाई की जा रही है।










