भोपाल (मप्र)। पांच दवा कंपनियों में कमियां मिलने पर उत्पादन रोक दिया गया है। ओरल लिक्विड कफ सीरप, टानिक जैसी दवाएं बनाने वाली फर्मों में खामियां मिली हैं। कुछ फर्मों द्वारा तैयार उत्पादों की जांच राज्य के बाहर से कराई जा रही थी। अधिकतर फर्म में दक्ष कर्मचारियों की कमी मिली। लाइसेंस शर्तों का पालन नहीं करने पर औषधि प्रशासन ने पांच फर्मों को कारण बताओ नोटिस दिया है।
नोटिस का जवाब मिलने तक उत्पादन पर रोक लगा दी है। मप्र में विषाक्त कफ सीरप से 26 बच्चों की मौत के बाद राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने कंपनियों का निरीक्षण तेज किया है। ओरल लिक्विड बनाने वाली 32 फर्मों का निरीक्षण किया जाना है।
इन कंपनियों में खामियां मिलीं
मेसर्स सेजा फार्मूलेशन्स इंदौर, मेसर्स विशाल फार्मास्युटिकल्स लेबोरेट्री इंदौर, मेसर्स सामकेम इंदौर, मेसर्स विलक्योर रेमेडीज इंदौर एवं मेसर्स शील केमिकल्स ग्वायलिर को कारण बताओ नोटिस दिया है। वहीं, ओरल लिक्विड औषधियों के निर्माण की अनुमति पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाई है। मेसर्स एडकान लैब द्वारा लाइसेंस सरेंडर किए जाने के कारण अनुज्ञा रद कर दी है।








