जांजगीर-चांपा। सरकार ने अमानक पाए जाने पर जिस दवा डाइक्लोफेनिक सोडियम इंजेक्शन को प्रतिबंधित कर दिया था, वही दवा भारी मात्रा में जिले के छग दवा निगम के गोदाम में मिली है। इससे सरकारी अधिकारियों और दवा कंपनी में सांठगांठ का पर्दाफाश हुआ है। गौरतलब है कि सरकारी दवाओं की सप्लाई के नाम पर दवा निर्माता कंपनियों के साथ सांठगांठ कर लोगों के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। इंजेक्शन डाइक्लोफेनिक सोडियम को जांच में अमानक साबित होने पर राज्य सरकार ने इसकी सप्लाई पर रोक लगा दी थी। उसी दवा की खरीदी जिम्मेदार अधिकारियों ने हिमाचल प्रदेश की दवा निर्माता कंपनी हेल्थ बायोटेक से कर ली।
कंपनी ने इसके 60 हजार इंजेक्शन की सप्लाई जांजगीर-चांपा जिले के छग दवा निगम के गोदाम में कर दी। गोदाम के जिम्मेदारों ने भी लापरवाही बरती और बिना परीक्षण कराए ही जिले के सरकारी अस्पतालों में 2 हजार 260 इंजेक्शन की सप्लाई भी कर दी। ड्रग इंस्पेक्टर सुमित परिहार की टीम ने सीजी एमएससी के गोदाम में छापा मार कार्रवाई की तो यह प्रतिबंधित दवा बड़ी मात्रा में सरकारी गोदाम में मिली।