अम्बाला। ड्रग्स डिपार्टमेंट एफडीए को सूचना मिली कि अंबाला में कुछ थोक दवा विक्रेता बिना बिल के दवाइयां बेचने का कार्य कर रहे हैं जिस पर विभाग के डीसीओ प्रवीण चौधरी ने सवेरे ही इस पर कार्रवाई करनी शुरू कर दी। सर्वप्रथम प्रिंस मेडिसिन सेंटर पर गए तो वहां बिना बिल के दवाइयां बेचने की शिकायत के बारे पूछने पर उन्होंने एक सिरे से इसे नकार दिया। वहीं अब तक की सेल के प्रमाण भी ड्रग कंट्रोल ऑफिसर को सौंपे।  यहां से दो दवाइयों के सैंपल जांच के लिए लेकर डीसीओ ने क्रय-विक्रय बिल पर ही करने का सुझाव दिया। इसके बाद डीसीओ मुंशी मेडिसिन सेंटर पर पहुंचे जहां दुकान के बाहर सडक़ पर दूर तक दवाइयां खुले में पड़ी होने का कड़ा नोटिस लिया। यहां दवाइयां बिना बिल के बेचने की बात कही तो कुछ खरीददार मौके पर पर्चियां लेकर खड़े थे।
उन्होंने जरूरत पड़ने पर बिल मांगने की बात कही। रूटीन में यहां बिल काटना आदत में शुमार नहीं लग रहा था जिस पर ड्रग कंट्रोल ऑफिसर ने कड़ाई से बिल पर ही दवा खरीदने-बेचने की बात कही। उन्होंने बताया कि बिना बिल के दवाइयां कहीं से भी और किसी को भी नकली मिल सकती हैं। बिना बिल के दवाइयों का क्रय-विक्रय किया गया तो कड़ी कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। डीसीओ ने यहां से भी कुछ दवाइयों के सैंपल लिए। ड्रग कंट्रोल ऑफिसर प्रवीण ने कहा कि जिन दवाइयों का निर्माण करने में अत्यधिक सफाई व उचित तापमान की जरूरत होती है, उन दवाइयों को वह सडक़ पर खुले में रखकर तापमान की परवाह किए बिना विक्रय करने में लगे हुए हैं। यह इंसान के लिए घातक सिद्ध हो सकती हैं।