भिलाई (छ.ग.)। स्थानीय जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा संस्थान के ब्लड बैंक का संचालन फिर से शुरूहो गया है। हालांकि खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने कुछ शर्तेंं तय की हैं, जिन्हें अस्पताल प्रबंधन को पूरा करना है। ब्लड बैंक के पुन: संचालन शुरू होने पर 21 लोगों ने रक्तदान किया व अस्पताल पर अपना भरोसा जताया। रक्तदान करने वालों में बीएसपी के सीईओ एम रवि सहित अस्पताल के चिकित्सकों, यूनियन सदस्य व मरीज थे।  गौरतलब है कि केन्द्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन की अनुशंसा के बाद राज्य खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने भिलाई स्थित जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा संस्थान के ब्लड बैंक का लाइसेंस 120 दिनों के लिए निलंबित कर दिया था। यह कार्रवाई जेएनएच में संचालित ब्लड बैंक में एचआईवी प्रभावित खून चढ़ाए जाने की दो शिकायतों पर जांच के बाद की गई। इसके अलावा केन्द्र के नाको दल ने भी जांच के उपरांत अपनी रपट में इस बात की पुष्टि की।
अस्पताल प्रबंधन ने खाद्य एवं औषधि प्रशासन से ब्लड बैंक की सुविधा फिर से बहाल करने की अपील की थी। अस्पताल के ब्लड बैंक को सील किए जाने से अस्पताल की अन्य स्वास्थ्य सेवाओं में भी बाधा उत्पन्न होने लगी। इसका खामियाजा अस्पताल में गंभीर बीमारियों के इलाज के लिए आ रहे लोगों के साथ अस्पताल में पहले से भर्ती मरीजों को भुगतना पड़ रहा था। ब्लड बैंक लाइसेंस निलंबित होने पर अस्पताल प्रबंधन ने जिला अस्पताल के रेडक्रास सोसाइटी द्वारा संचालित ब्लड बैंक से अनुबंध कर जरूरतमंद मरीजों के लिए रक्त की आपूर्ति की। इस तरह की घटना दुबारा अन्य किसी के साथ ना हो, इसके लिए उचित कदम उठाते हुए बीएसपी प्रबंधन ने एएनटी मषीन खरीदी की प्रक्रिया शुुरू कर दी हैं। 3 करोड़ से अधिक की इस मशीन के लिए सेल प्रबंधन से अनुमति मांगी गई है।