• अस्पताल में जन्म लेने वाली पहली बेटी छवि को सिल्वर गर्ल की संज्ञा

  • प्रमुख संसदीय सचिव सीमा त्रिखा भावुक होकर बोलीं, खुश किस्मत हूं कि जब जन्म हुआ था तो दादा ने पूरे इलाके में लड्डू बांटे थे

  • सर्वोदय अस्पताल महिलाओं के कल्याण में एक अरसे से जुटा है। वर्ष 2013 में अस्पताल ने बेटी बचाओ मुहिम की शुरुआत की। 2015 में अस्पताल ने सरपंचों की मदद से गांव स्तर तक अलख जगाया
फरीदाबाद। सुपरस्पेशियैलिटी अस्पताल सर्वोदय में 3 सितंबर को हुए कार्यक्रम का नाम यूं तो “जुग जुग जियो बेटी” था लेकिन हरियाणा की सरजमीं में दफ्न भू्रण हत्या की शिकार बेटियों तक ने भी जरूर यह दुआ की होगी- जुग जुग जियो सर्वोदय। फरीदाबाद के इस सबसे बड़े अस्पताल ने अपनी स्थापना के 25 साल पूरे होने की अपनी सारी खुशियां बेटियों की झोली में डाल दी। इस अवसर पर हॉस्पिटल प्रशासन ने अपने बड़े दिल का भी प्रमाण पेश करते हुए पहली 25 बेटियों की डिलेवरी मुफ्त करने का ऐलान किया। ऐसा कर अस्पताल ने कन्या भू्रण हत्या के लिए बदनाम हरियाणा में एक मिसाल कायम किया।
एक से एक उम्दा कलाकारों ने संगीत और नृत्य के जरिए बेटी से जुड़े मर्म को छूने वाले कायर्यक्रम पेश किए। पश्चिम बंगाल की नामी ओडिसी नृत्य मंडली प्रयास ने पूरे कार्यक्रम में जान डाल दी। जानी मानी बांग्ला हीरोइन देवीलीना कुमार इस नृत्य मंडली का हिस्सा थीं। प्रयास समूह ने बेटी बचाओ विषय के इर्द गिर्द एक नृत्य पेश कर दर्शकों को खासा भावुक बना दिया।
इस मौके के गवाह बने नेताओं, मंत्रियों एवं शहर के अन्य गणमान्य लोगों ने सर्वोदय अस्पताल की इस पहल की भूरि भूरि प्रशंसा की। उन्होंने माना कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मुहिम में सर्वोदय अस्पताल की यह पहल मील का पत्थर बनेगी। वक्ताओं ने एक स्वर में कहा कि सर्वोदय का यह पहल हरियाणा में दूर तलक बेटियों के मान की अलख जगाएगा।
इस खुशगवार मौके पर अस्पताल में जन्म लेने वाली पहली बेटी छवि को सिल्वर गर्ल की संज्ञा दी गई मानो छवि ने कोई ओलंपिक प्रतियोगिता जीती हो। सच भी है हरियाणा में अभी भी किसी लड़की का जन्म लेना और जीवित रह जाना ओलंपिक मेडल जीतने जैसा ही है। और यह भी उतना ही सच है कि अगर यहां कोई बेटी बच गई तो वह बेशक आलंपिक मेडल जीत कर ला सकती है। रोहतक की साक्षी मलिक ने अभी अभी यह साबित किया है। कार्यक्रम में साक्षी का नाम भी गूंजा।
हुडा कंवेंशन हाल में आयोजित समारोह में “जुग जुग जियो बेटी” पहल को केंद्रीय न्याय व अधिकारिता राज्यमंत्री कृष्णपाल गुज्जर ने लांच किया। गु’जर ने अन्य अस्पतालों से सर्वोदय नक्शेकदम पर चलने का आह्वान करते हुए बताया कि हरियाणा सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ की मुहिम के चलते लिंगानुपात में भारी सुधार हुआ है और आज हर 1000 लड़कों पर लड़कियों की संख्या बढ़ कर 903 हो गयी है। उन्होंने इसका जिसका श्रेय सीएम मनोहर लाल खट्टर को दिया जाता है। हरियाणा सरकार की प्रमुख संसदीय सचिव सीमा त्रिखा, बगभगढ़ से भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा व पृथला के बसपा विधायक टेकचंद शर्मा ने भी जन्म लेने वाली बेटियों को सिर आंखों पर बिठाने के लिए अस्पताल की सराहना करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
सीमा त्रिखा तो बेटियों के खैर मकदम के अस्पताल के इस अंदाज पर भावुक हो उठीं। उन्हें अपने जन्म का मौका याद हो आया। वे बोलीं- वह खुश किस्मत हैं कि जब उनका जन्म हुआ था तो उनके दादा ने पूरे इलाके में लड्डू बांटे थे।  अस्पताल के चेयरमैन डाक्टर राकेश गुप्ता ने कहा उन्होंने बेटियों को लेकर समाज की सोच बदलने के मकसद से जुग जुग जियो बेटी योजना शुरु की है। आशा है कि इससे प्रधानमंत्री की बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ मुहिम को मजबूती मिलेगी।  इस मौके पर इस साल की यूपीएससी परीक्षा में 68वां स्थान हासिल करने वाली अनुपमा गर्ग को भी अस्पताल ने सम्मानित किया।लेकिन अस्पताल की इस पहल के लिए जिस “बेटी” की सभी वक्ताओं ने खुले दिल से सराहना की वह हैं सर्वोदय अस्पताल की मालकिन और डॉ. राकेश गुप्ता की प्रेरणा उनकी पत्नी अंशु गुप्ता।
सामाजिक कार्यों में बढ़ चढ़ कर भाग लेने वाली अंशु गुप्ता ने इस मौके पर मेडिकेयर न्यूज से बात करते हुए कहा: मेरा अस्पताल महिलाओं के कल्याण में एक अरसे से जुटा हुआ है। 2013 में अस्पताल ने बेटी बचाओ मुहिम की शुरुआत की। 2015 में अस्पताल ने यह मुहिम सरपंचों की मदद से गांवों में शुरु की। शहर में महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए फरीदाबाद पुलिस के साथ मिल कर आई रेस्पेक्ट वीमेन ( मैं महिलाओं का सम्मान करता हूं) अभियान शुरु किया था। उन्होंने कहा- सर्वोदय अस्पताल हर साल दहेज प्रथा को खत्म करने के लिए सामूहिक विवाह कार्यक्रम आयोजित कराता है। हम महिलाओं के कल्याण के लिए हमेशा से समर्पित रहे हैं।