अहमदाबाद (गुजरात)। फ्रॉड करने पर 7 अस्पतालों को PMJAY योजना से बाहर कर दिया है। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत इलाज करवाने वाले 2 मरीजों की मौत होने पर राज्य सरकार ने मामले में संज्ञान लिया। धांधली करने वाले 7 अस्पतालों को योजना से बाहर कर दिया गया है और इनके संचालकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करा दी गई है।

यह है मामला

गुजरात के नामी अस्पताल के मालिकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। बताया गया है कि अस्पताल के मालिकों ने पैसे कमाने के लिए योजना का गलत इस्तेमाल किया है। जब मामले की जांच की तो राज्य के 7 अस्पताल दोषी पाए गए। राज्य के स्वास्थ्य सचिव धनंजय द्विवेदी ने बताया कि 95 अस्पतालों का दौरा किया गया। इनमें से कई अस्पतालों में धांधली मिली और उन पर 20 करोड़ का जुर्माना लगाया है। आरोप है कि इन अस्पतालों ने 44 लाख रुपये की अवैध कमाई की।
राज्य के 95 अस्पतालों ने योजना का गलत इस्तेमाल किया। इनमें से 7 अस्पताल और 4 डॉक्टरों ने घोटाले की हदें पार कर डाली। इस घोटाले के कारण सरकार को 8.94 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। इसके चलते राज्य सरकार ने सातों अस्पतालों का नाम योजना की लिस्ट से हटा दिया है।

ये अस्पताल हैं शामिल

इन सात अस्पतालों में ख्याति अस्पताल, अहमदाबाद के नारीत्व महिला मेडिकल स्टूडियो, राजकोट के निहित बेबीकेयर चिल्ड्रन हॉस्पिटल, वडोदरा और सूरत स्थित सनशाइन ग्लोबल अस्पताल, सोमनाथ के एवरेस्ट अस्पताल, अहमदाबाद के शिव अस्पताल और जूनागढ़ स्थित समन्वय अस्पताल का नाम शामिल है।

इन अस्पतालों पर झूठी कार्डियोलॉजी सर्जरी, लैब रिपोर्ट में हेराफेरी, 98 बच्चों की झूठी एक्स-रे रिपोर्ट, ऑपरेशन, अपकोडिंग और मरीजों से ज्यादा पैसे वसूलने के आरोप हैं।

बता दें कि गुजरात सरकार ने हाइब्रिड मॉडल के तहत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना मुख्यमंत्री अमृतम को मंजूरी दी थी। इसके तहत बीमार मरीज 1 लाख रुपए तक का भुगतान करेगा, जबकि बाकी राशि राज्य सरकार के ट्रस्ट से दी जाएगी। अब सरकार ने सात अस्पतालों को योजना से बाहर कर दिया है।