रतलाम (मध्य प्रदेश)। अल्प्राज़ोलम दवा बनाने वाली फैक्ट्री पर रेड कर 3.44 करोड़ का माल जब्त किया है। एनसीबी ने जिले के सेजावता गांव में एक अवैध लैब का भंडाफोड़ किया है। यहां अल्प्राजोलम का निर्माण किया जा रहा था। एनसीबी ने लैब से 13.762 किलोग्राम अल्प्राजोलम पाउडर भी जब्त किया है। अल्प्राजोलम आमतौर पर डिप्रेशन के मरीजों को डाक्टर के पर्चे पर दी जाती है। इसका उपयोग स्मैक जैसी नशीली दवाओं में मिलावट के लिए भी किया जाता है। टीम ने लैब को सील कर दिया है।
आरोपित रूप सिंह चौहान तथा अभिजीत सिंह चौहान को गिरफ्तार किया है। दोनों को न्यायालय में पेश कर रिमांड पर लिया गया है। आरोपितों ने सैनेटाइजर बनाने वाली कंपनी का हवाला देते हुए किराए के अनुबंध में जानकारी दी थी। एनसीबी के जोनल निदेशक रीतेश रंजन ने बताया कि आरोपितों के पास केमिकल लाइसेंस भी था, जो 2023 में समाप्त हो चुका था।
जिस गोदाम में केमिकल का निर्माण किया जा रहा था, उसके पीछे एक सीमेंट ब्लाक बनाने का कारखाना था। आरोपित रात के समय गोदाम में आते-जाते थे और ऊपरी हिस्से में केमिकल का निर्माण करते थे। पास में दवा कंपनी होने के कारण प्रयोगशाला की गंध दवा कंपनी की गंध में मिल जाती थी। इससे किसी को अवैध प्रयोगशाला की शंका नहीं हुई। छापेमारी में नशीली दवा अल्प्राजोलम के अलावा बड़ी मात्रा में रासायनिक पदार्थ, उपकरण और साल्वेंट्स भी जब्त किए गए।