बेगूसराय (बिहार)। अस्पताल से नवजात गायब होने का समचार प्रकाश में आया है। पता चला कि शिशु को 60 हजार में बेचा गया था। इस डील में गार्ड समेत खरीददार दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह है मामला
बेगूसराय सदर अस्पताल के एसएनसीयू में भर्ती एक नवजात बीती रात गायब हो गया। हालांकि, अस्पताल प्रबंधन और पुलिस की सतर्कता से चोरी होने के करीब 3 घंटे बाद ही बच्चे को बरामद कर लिया गया।
इस मामले में अस्पताल में कार्यरत प्राइवेट महिला गार्ड को शामिल पायश गया। बताया गया कि मुंगेर जिले के रामनगर सूफियाबाद निवासी करण कुमार की शादी लोहिया नगर झोपड़पट्टी में हुई है। उसकी पत्नी नंदनी गर्भवती रहने के कारण अपने मायके में थी। प्रसव पीड़ा होने पर आशा बहू के साथ बेगूसराय सदर अस्पताल आई जहां रात्रि में उसने पुत्र को जन्म दिया। बच्चे की स्थिति गंभीर थी, जिसके कारण सदर अस्पताल के एसएनसीयू में उसे भर्ती कराया गया।
रात में नंदनी जब वह अपने बच्चों को दूध पिलाने के लिए पहुंची तो उसका बच्चा गायब मिला। इसके चलते अस्पताल में हडक़ंप मच गया। तुरंत मामले की सूचना अस्पताल प्रबंधन को दी गई। सिविल सर्जन सदर अस्पताल पहुंचे और उन्होंने नगर थाना को इसकी सूचना दी।
इसके बाद जब सीसीटीवी की जांच हुई तो उसमें देखा गया कि एक महिला अंदर अई और इधर-उधर देखने के बाद बच्चे को गोद में लेकर चली गई। वहां से वह नंदनी के पास नहीं पहुंचकर दो अन्य महिलाओं के साथ अस्पताल के बाहर निकल गई। इस मामले में जब उक्त महिला गार्ड से जांच कराई से पूछताछ में पता चला कि बच्चा बेच दिया गया है।
उसने लाखो थाना क्षेत्र के भगवानपुर निवासी एक महिला के हाथों बच्चा बेचा है।
इसके बाद नगर थाना की पुलिस ने देर रात भगवानपुर पहुंची और वहां से बच्चे को सुरक्षित बरामद कर लिया गया। फिलहाल बच्चे को ले जाने वाली महिला और ड्यूटी पर तैनात गार्ड से पूछताछ की जा रही है। भगवानपुर के स्थानीय लोगों के अनुसार वह 60 हजार में बच्चे को खरीद लाया था। पुलिस ने आरोपी अजीत की पत्नी और उसके चचरे भाई शिक्षक मिथिलेश साह के साथ तीन अन्य लोगों को पुलिस हिरासत में ले लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।