मुजफ्फरनगर (उप्र)। नकली दवा खरीद में शामिल कारोबारी को गिरफ्तार किया गया है। आगरा के नकली दवा सिंडिकेट से जुडक़र मुजफ्फरनगर के व्यापारी ने कई करोड़ रुपये की नकली दवा बेच दीं। वह अपने मकान से ही कारोबार कर रहा था। सहारनपुर-बस्ती मंडल के औषधि विभाग की संयुक्त टीम ने छापा मारकर व्यापारी को गिरफ्तार कर लिया। उसका साथी फरार हो गया। उसने आयुष मेडिकोज एजेंसी के नाम से लाइसेंस लेकर अवैध कारोबार किया। चार माह में लगभग 3.57 करोड़ रुपये की कई कंपनियों की नकली दवा क्रय-विक्रय की। औषधि निरीक्षक ने व्यापारी और आगरा के तीन नकली दवा माफिया के विरुद्ध केस दर्ज कराया है।
यह है मामला
औषधि निरीक्षक पवन कुमार शाक्य के अनुसार नकली दवा के कारोबार की सूचना मिली थी। टीम ने देर रात दवा व्यापारी तरुण गिरधर के घर छापेमारी की। तरुण ने अपनी पत्नी नितिका के नाम पा आयुष मेडिकोज एजेंसी के नाम से दवा लाइसेंस लिया था। इसके माध्यम से अपने पार्टनर राहुल कुमार के साथ मिलकर नकली दवाओं का कारोबार कर रहा था।
टीम ने उसके लैपटाप, मोबाइल समेत एजेंसी के दस्तावेज कब्जे में लिए हंै। इनके आधार पर छानबीन की गई। इसमें साफ हुआ कि आरोपित ने वेटरिन-8 और 16 एमजी, रोजोवास 10 एमजी और एलेग्रा 120 एमजी की नकली दवाइयां खरीदी हैं। तरुण ने बताया कि सभी दवाओं को आगरा की बंसल मेडिकल एजेंसी, ताज मेडिको तथा एमएसवी मेडी प्वाइंट से खरीद रहा था।
चार माह में वह 3.57 करोड़ रुपये की दवा खरीदकर बाजार में सप्लाई कर चुका है। आरोपित को पुलिस के हवाले किया गया है। उसका साथी राहुल फरार है। राहुल को नामजद नहीं कराया गया है। उसको न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।