नदिया (दक्षिण बंगाल) । फेंसेडिल समेत अवैध नशीली दवाओं की सीमा पर भारी खेप पकड़ी गई है। आरोपी तस्कर मौके से फरार होने में कामयाब हो गए। यह कार्रवाई दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के अंतर्गत सीमा चौकी रंगघाट, 68 वीं बटालियन के सैनिकों ने की।
बरामद नशीली दवाओं में 400 पीस मेनोट्रिपिन इंजेक्शन, 500 पीस सेट्रोरेलिक्स एसीटेट इंजेक्शन, 300 पीस यूरोफोलिट्रोपिन इंजेक्शन, 10 पैकेट क्लियर प्रोब और 2 पैकेट जब्त किए। उनकी जिम्मेदारी के क्षेत्र से 100 बोतल फेंसेडिल के साथ चिलपैक नमक दवाएं शामिल हैं। जब्त दवाओं की कुल कीमत 22,69,498 रूपये आंकी गई है।
यह है मामला
बीएसएफ को नशीली दवाओं की तस्करी के बारे में गुप्त सूचना मिली थी। इसके आधार पर सीमा चौकी रणघाट के जवानों ने दो-तीन युवकों के वहां टहलते देखा। बीएसएफ जवानों को देखकर वे डर गए और ऊंची झाडिय़ों का फायदा उठाकर मौके से भाग गए।
भागते समय तस्करों ने दो बोरियां वहीं फेंक दीं। जवानों ने मौके से बोरियां बरामद की। बोरियों की तलाशी में 400 पीस मेनोट्रिपिन इंजेक्शन, 500 पीस सेट्रोरेलिक्स एसीटेट इंजेक्शन, 300 पीस यूरोफोलिट्रोपिन इंजेक्शन, 10 पैकेट क्लियर प्रोब और 2 पैकेट चिलपैक साल्ट दवा के साथ 100 बोतल फेंसेडिल मिली। जब्त दवाओं की कुल कीमत 22,69,498 रूपये आंकी गई है। इन्हें जब्त कर कानूनी कार्रवाई के लिए पुलिस स्टेशन बगदाह को सौंप दिया गया।
बीएसएफ, दक्षिण बंगाल फ्रंटियर के प्रवक्ता डीआइजी एके आर्य ने बताया कि सीमा सुरक्षा बल भारत-बांग्लादेश सीमा पर तस्करी रोकने के लिए सख्त कदम उठा रही है। उन्होंने कहा कि बीएसएफ अपने क्षेत्र से तस्करी रोकने के लिए प्रतिबद्ध है।