प्रयागराज (उप्र)। डिप्रेशन का इलाज अब दवा के बजाए आटोमेटिक मशीन से किया जाएगा। एसआरएन अस्पताल में मानसिक व न्यूरो से संबंधित जटिल बीमारियों के इलाज की सुविधा शुरू हो गई है। इसके लिए अस्पताल की पीएमएसएसवाई बिल्डिंग के न्यूरो विभाग में रिस्पेक्टिव ट्रांसक्रेनियल मैगनेटिक स्टीम्यूलेशन (आरटीएमएस) मशीन स्थापित की गई है।

इस अत्याधुनिक मशीन से इलाज की सुविधा शुरू होने से मरीजों को बड़े शहरों में नहीं जाना पड़ेगा। अभी तक यह सुविधा प्रयागराज मंडल के किसी सरकारी व निजी अस्पताल में नहीं थी। न्यूरोलॉजी विभाग में आयोजित कार्यशाला के दौरान विशेषज्ञों ने आरटीएमएस मशीन की उपयोगिता के बारे में बताया। केजीएमयू लखनऊ में मानसिक रोग विभाग के एडिशनल प्रोफेसर डॉ. सुजीत कुमार कर ने बताया कि यह नॉन-इनवेसिव तकनीक है, जो अवसाद, ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर, स्कीज़ोफ्रेनिया, न्यूरोपैथिक दर्द, माइग्रेन, स्ट्रोक और न्यूरोलॉजिकल विकारों के उपचार में अधिक प्रभावी है।

न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ. कमलेश कुमार सोनकर ने कहा कि दवाएं जब प्रभावकारी साबित नहीं होंगी तब आरटीएमएस के जरिए थेरेपी दी जाएगी। मानसिक रोग विभाग के अध्यक्ष डॉ. वीके सिंह ने बताया कि अभी मानसिक और न्यूरो दोनों विभाग इस मशीन का उपयोग करेंगे। कार्यशाला में विशेषज्ञों ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षित किया।