कानपुर (उप्र)। ड्रग विभाग ने छापा मारकर नशीली दवाओं की बिक्री रोकी है। शहर में नशीली दवाओं का खेल बिना रोक टोक चल रहा है। ड्रग विभाग की कार्रवाई में मेडिकल स्टोर संचालक नशीली दवाएं बेचने का लेखा जोखा नहीं दे पाए। टीम ने शहर में कई जगह छापा मारा और नशीली दवा की खरीद बिक्री पर रोक लगा दी।
ड्रग इंस्पेक्टरों की संयुक्त टीम ने बिरहाना रोड के अग्रवाल ब्रदर्स व शांति इंटरप्राइजेज में छापा मारा। नशीली दवाओं की खरीद बिक्री का ब्योरा न दे पाने पर रोक लगा दी है।
टीम सबसे पहले अग्रवाल ब्रदर्स के यहां पहुंची। यहां ट्रॉमाडोल, ओडीन, एल्प्राजोलम व टेपेंटाडोल की खरीद और बिक्री पर रोक लगा दी। ये दवाएं नशे के रूप में भी प्रयोग की जाती हैं। विभाग ने जुलाई में अग्रवाल ब्रदर्स के यहां छापा मारा था। तब आठ से दस दवाओं के सैंपल लिए थे। दो साल का लेखा जोखा टीम ने मांगा था। तीन महीने बीतने के बावजूद मेडिकल स्टोर संचालक विनोद अग्रवाल ने दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए। अब ड्रग इंस्पेक्टर ने उनके यहां इन दवाओं पर रोक लगाई।
दूसरा छापा बिरहाना रोड स्थित शांति इंटरप्राइजेज में मारा गया। यहां से टीम ने दो दवाओं के सैंपल इक_ा किए हैं। टीम को शिकायत मिली कि यहां कोडीन बेची जा रही थी। इसके बाद ये कार्रवाई की गई। टीम ने लालबंगला और केशवपुरम में छह सैंपल इक_ा किए। दोनों मेडिकल स्टोरों पर नशीली दवाओं की बिक्री पर रोक लगा दी।