पटना (बिहार)। दवा जांच में 32 दवाओं के सेंपल घटिया और 3 दवाएं नकली मिली हैं। केंद्रीय औषध मानक नियंत्रण संगठन (एनपीपीए) की रिपोर्ट में कई अहम बातें सामने आई हैं। दरअसल, केंद्रीय औषधि प्रयोगशालाओं ने अगस्त में 32 दवा सैंपल को घटिया यानी अमानक पाया है। वहीं, राज्य औषधि परीक्षण प्रयोगशालाओं ने 62 दवा सैंपलों को अमानक दिया है। दवा को अमानक तब माना जाता है, जब वह किसी भी तयशुदा गुणवत्ता मानक पर खरी नहीं उतरती।

यह सिर्फ उसी बैच की दवाओं पर लागू होता है जिसकी जांच हुई है। इससे बाजार में उपलब्ध अन्य बैच की दवाओं पर कोई सीधा असर नहीं पड़ता है। इसके अलावा अगस्त 2025 में बिहार से 3 दवाओं के नमूने नकली पाए गए हैं। ये दवाएं एक अवैध निर्माता ने ब्रांडेड कंपनी के नाम पर बनाई थीं। इस मामले की जांच चल रही है और कानून के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

गौरतलब है कि एनपीपीए नियमित जांच के तहत हर महीने अपनी घटिया और नकली दवाइयों की सूची जारी करता है। दवा नियंत्रण एजेंसियां मिलकर यह काम करती हैं।