जींद (हरियाणा)। मरीज की मौत पर अस्पताल के बाहर परिजनों ने हंगामा कर दिया, जिसके चलते अस्पताल प्रशासन को पुलिस बुलानी पड़ी। बताया गया कि अलेवा क्षेत्र के गांव हसनपुर के पास बाइक सवार बुजुर्ग को अज्ञात कार ने टक्कर मार दी। इसमें बुजुर्ग घायल हो गया। उसे तुरंत नागरिक अस्पताल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसकी गंभीर हालत को देखते हुए पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया।
परिजन उसे शहर के निजी अस्पताल ले गए और वहां बुजुर्ग की मौत हो गई। इसके बाद परिजनों ने अस्पताल के बाहर हंगामा कर दिया। इससे अस्पताल प्रशासन ने सिविल लाइन थाना को सूचना दी। थाना प्रभारी नवीन कुमार दल-बल के साथ मौके पर पहुंचे। परिजनों ने आरोप लगाया कि घायल की मौत अस्पताल स्टाफ की लापरवाही के कारण हुई है। यदि समय पर उपचार शुरू कर देते तो घायल की मौत नहीं होती।
यह है मामला
अहिरका गांव निवासी 70 वर्षीय ओमप्रकाश सोमवार को हसनपुर के पास अपने खेत में गया हुआ था। दोपहर को जब बाइक पर घर लौट रहा था। जैसे ही वह गांव हसनपुर के पास पहुंचा तो अज्ञात कार ने उनकी बाइक को टक्कर मार दी। इसमें बुजुर्ग ओमप्रकाश गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे तुरंत नागरिक अस्पताल जींद लाया गया, जहां चिकित्सकों ने पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया।
इसके बाद परिजन उसे शहर के एक निजी अस्पताल में ले गए। मृतक ओमप्रकाश के बेटे सतीश ने बताया कि नागरिक अस्पताल से उसके पिता को निजी अस्पताल लाया गया। नागरिक अस्पताल के चिकित्सकों ने कहा था कि घायल को आक्सीजन की बेहद जरूरत है लेकिन निजी अस्पताल के स्टाफ ने 20 मिनट तक उसके पिता को आक्सीजन भी नहीं दी और न ही उपचार शुरू किया। स्टाफ कर्मचारी अपने मोबाइल फोन में व्यस्त थे। कहने के बावजूद कर्मचारियों ने उपचार शुरू नहीं किया। सिविल लाइन थाना जींद प्रभारी विनोद का कहना है कि पुलिस को इस संबंध में कोई शिकायत नहीं आई है। शिकायत मिलने पर कार्रवाई की दी जाएगी।