देवघर। फर्जी डॉक्टर के अस्पताल पर छापेमारी का मामला प्रकाश में आया है। जांच में पता चला कि आरोपी फार्मासिस्ट डाक्टर बन कर लोगों का इलाज कर रहा था। उसने अस्पताल खोलकर मरीजों को भी भर्ती किया हुआ था।

यह है मामला

स्वासथ्य विभाग की टीम ने जिले के सोनारायठाढ़ी असुरबंधा मोड़ के समीप मां तारा क्लिनिक नामक अस्पताल पर दबिश दी। बकायदा यहां कथित डाक्टर साहब से इलाज कराने के इंतजार में मरीजों की लंबी लाइन नंबर लगाकर बैठे थे। अंदर जाने पर पूरा अस्पताल का नजारा सामने आया। यहां पांच से सात बेड लगे थे। तीन बेड पर मरीज को भर्ती कर सलाइन लगाकर इलाज भी किया जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ दवा दुकान भी है और ब्लड जांच के लिए सैंपल कलेक्शन का सेंटर भी खोल रखा है।

क्लीनिक के बोर्ड पर डा. श्याम कुमार मंडल का नाम लिखा हुआ है। इनकी डिग्री बी-फार्मा की है। जांच के लिए पहुंचे डीआरसीएचओ ने क्लिनिक चलाने व चिकित्सक होने की डिग्री दिखाने को कहा तो उन्हें बताया कि उसके पास केवल फार्मासिस्ट की डिग्री है। वहीं क्लिनिक चलाने के लिए क्लिनिकल स्टेब्लिशमेंट एक्ट से संबंधित कोई दस्तावेज भी नहीं था। इसके चलते अस्पताल को सील कर दिया गया है। जांच टीम में सीएच पदाधिकारी डा. कुमार आलोक, राजेश यादव शामिल रहे।