नई दिल्ली। नकली दवा बनाने वाली फैक्टरी का भंडाफोड़ हुआ है। यह कार्रवाई केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो दिल्ली की टीम ने यूपी और उत्तराखंड में की है। टीम ने कई स्थानों पर छापा मारकर नकली दवा बनाने की फैक्टरी पकड़ी। करोड़ों रुपये के नकली कैप्सूल, टैबलेट और मशीनें बरामद की हैं और मामले में पांच लोगों को भी गिरफ्तार किया है।
यह है मामला
केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के अधीक्षक एसपी सिंह के नेतृत्व में टीम ने सहारनपुर के मंझौल जबरदस्तपुर गांव के खेत में छापा मारा। यहां नकली दवा बनाने वाली फैक्टरी पकड़ी है। जबकि उत्तराखंड के भगवानपुर और रायपुर भगवानपुर में भी कार्रवाई की गई।
यहां भी नकली दवा की फैक्टरी चलती मिली। तीनों जगहों से करीब तीन करोड़ रुपये के नकली 1 लाख 11 हजार ट्रामाडोल कैप्सूल और 75 किलो ट्रामाडोल से बनी हुई टैबलेट जब्त की। इनके अलावा 252 किलो ट्रामाडोल पाउडर और 90 किलो कोडीन की बोतल बरामद की हंै। बरामद दवा दर्द निवारक हैं, जिन्हें केवल डॉक्टर की सलाह पर ही मेडिकल स्टोर पर बेचा जाता है।
एसपी सिंह ने बताया कि तीनों स्थानों से करीब आठ करोड़ रुपये की दवा बनाने की मशीनों को भी जब्त किया है। मौके से मंझौल जबरदस्तपुर देवबंद निवासी मुस्तफा अली, माधोपुर रुडक़ी निवासी सलमान, सहारनपुर निवासी मो. आसिफ और अहसान अली और उत्तराखंड के भगवानपुर निवासी हसीन अली को गिरफ्तार किया है। इन सभी आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।