अहमदाबाद ( गुजरात)। नकली दवा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड करने में सफलता मिली है। मौके से 32 लाख रुपये कीमत की मिलावटी दवाएं जब्त की गई हैं। यह कार्रवाई खाद्य एवं औषधि नियंत्रण प्रशासन (एफडीसीए) ने की। फैक्ट्री में बिना लाइसेंस के दवाइयाँ बनाई जा रही थी।
यह है मामला
गुजरात एफडीसीए के पु्लाइंग टीम ने केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) के औषधि निरीक्षकों के साथ मिलकर फैक्ट्री पर दबिश दी। खरीद के प्रभारी दो व्यक्ति भावेश पटेल और नजऱ मोहम्मद सऊदी समेत जॉइनहब फार्मा एलएलपी फर्म के तीन साझेदारों मेसर्स से पूछताछ की। अहमद अब्बास बलोसपुरा, अब्बास अली बलोसपुरा, संकेत शाह तीन फर्म पार्टनर हैं और इनसे पूछताछ की गई।
इसके बाद अधिकारियों ने चांगोदर के कुंज एस्टेट स्थित कंपनी के गोदाम पर छापा मारा। दवा, होलशील्ड रिफ़ायर कैप्सूल और डेमेक्स (विटामिन-डी3) के सैंपल लिए और परीक्षण के लिए भेजे गए। 11 लाख रुपये मूल्य के उत्पाद कानूनी कार्रवाई के लिए जब्त किए हैं।
इसके अलावा, जॉइनहब फार्मा एलएलपी मैसर्स के साझेदार ने कहा कि उक्त दवा का निर्माण मैसर्स द्वारा किया गया था। एरोन लाइफ साइंसेज़ प्रा. लिमिटेड, न्यूट्रास्यूटिकल्स लाइसेंस के तहत, अहमदाबाद के दस्क्रोई तालुका में काठवाड़ा में स्थित है। वे इसमें कामोत्तेजक घटक सिल्डेनाफिल साइट्रेट पाउडर मिलाते थे और न्यूट्रास्यूटिकल्स के नाम पर बड़ी मात्रा में इसका निर्यात कर रहे थे। फिलहाल मामले की जांच की जा रही है।