पटना (बिहार)। मकान में छापेमारी के दौरान 9.5 लाख की नकली दवाइयां बरामद की गई हैं। यह कार्रवाई पटना औषधि नियंत्रण प्रशासन (ड्रग विभाग) ने की। सभी दवाइयां अलग-अलग कंपनी की महत्वपूर्ण एंटीबायोटिक के नाम पर हैं। यह छापेमारी पटना जिले के औषधि नियंत्रक प्रशासक चुनेंद्र महतो की देखरेख में की गयी।
यह है मामला
ड्रग विभाग की टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर बहादुरपुर थाने के वाचस्पति नगर इलाके के एक घर में छापेमारी की। पता चला कि यह घर मिथिलेश कुमार का है। मिथिलेश के दोनों बेटे मनीष कुमार सिंह और दीपक कुमार सिंह मिल कर अवैध कारोबार करते थे। डीआई यशवंत कुमार झा और पंकज कुमार ने बताया कि छापेमारी में सैकड़ों पैकेट दवाइयों के अलावा 2500 से अधिक खुली गोलियां और कई प्रकार के एंटीबायोटिक की लगभग ढाई बोरी स्ट्रिप्स मिले हैं। इसके अलावा पैकिंग संबंधी उपकरण भी बरामद किये गये हैं।
मकान मालिक मिथिलेश कुमार सिंह और उनके दोनों पुत्र मनीष कुमार सिंह, दीपक कुमार सिंह घर में नहीं मिले। प्राथमिक जांच में सभी दवाइयां नकली पायी गयीं। बार कोड से मिलान करने पर बाजार में मिली दवाइयों के बारे में सभी जानकारी पता चली। लेकिन यहां जब्त स्ट्रिप्स के बार कोड से कोई जानकारी नहीं मिली। जब्त दवाइयों में जीएसके की आउगमेंटिन, एलेन का टैक्सिम ओ, मैक्लोइड का ट्रेनेक्शा आदि शामिल हैं।
ये रहे टीम में शामिल
छापेमारी दल का नेतृत्व उप औषधि नियंत्रक राकेश नंदन सिंह ने किया। वहीं, टीम में ड्रग इंस्पेक्टर राकेश कुमार सिन्हा, पंकज कुमार, यशवंत कुमार झा, एडीसी चुनेंद्र महतो, श्वेता रानी और अमल कुमार शामिल रहे।