नई दिल्ली। दुर्लभ आनुवंशिक त्वचा विकार के लिए जीन थेरेपी को अमेरिकी खाद्य एवं औषधि प्रशासन ने मंजूरी दे दी है। एफडीए ने दुर्लभ त्वचा विकार के लिए अबेओना थेरेप्यूटिक्स की नई टैब जीन थेरेपी को मंजूरी दी है। ज़ेवास्किन नामक जीन थेरेपी को रिसेसिव डिस्ट्रोफिक एपिडर्मोलिसिस बुलोसा से पीडि़त वयस्क और बाल रोगियों के इलाज के लिए मंजूरी दी गई है।
इस विकार से पीडि़त रोगियों की त्वचा बेहद नाजुक होती है और शरीर पर छाले व फटे हुए बड़े घाव बन जाते हैं। इन्हें ठीक करना मुश्किल होता है और ये सालों तक खुले रह सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार यह विकार COL7A1 जीन में दोष के कारण होता है, जो त्वचा की परतों को स्थिर रखने के लिए जिम्मेदार कोलेजन के एक महत्वपूर्ण प्रकार के उत्पादन को रोकता है।
देखभाल उपचार का वर्तमान मानक दैनिक घाव की देखभाल और सुरक्षात्मक पट्टी बांधना है। अबेओना का कहना है कि उपचार 2025 की तीसरी तिमाही में विशिष्ट उपचार केंद्रों पर उपलब्ध होने की उम्मीद है और इसकी सूची मूल्य $3.1 मिलियन होगी। कंपनी को उम्मीद है कि इस साल ज़ेवास्किन के साथ 10 से 14 रोगियों का इलाज किया जाएगा। गौरतलब है कि ज़ेवास्किन को रासायनिक रूप से pz-cel के रूप में जानते है। रोगी की त्वचा कोशिकाओं में स्वस्थ COL7A1 जीन जोडक़र पुराने घावों को ठीक करने के लिए त्वचा प्रत्यारोपण के माध्यम से उन्हें रोगी में वापस प्रत्यारोपित करके काम करता है।