H3N2 फ्लू: देश में बढ़ते H3N2 फ्लू के बीच देश के कई राज्यों में कोरोना के बढ़ते मामलों ने केंद्र सरकार की टेंशन बढ़ा दी है। कुछ राज्यों में कोविड 19 के मामलों में वृद्धि देखने को मिल रही है। केंद्र ने इसको लेकर चिंता व्यक्त की है जिस पर ध्यान देने की जरुरत है। केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारी (ILI) या गंभीर तीव्र श्वसन संक्रमण (SARI) के मामलों के रूप में पेश होने वाले श्वसन रोगजनकों की एकीकृत निगरानी के लिए परिचालन दिशानिर्देशों का पालन करने का अनुरोध किया।
H3N2 फ्लू को लेकर केंद्र ने राज्यों को दिया निर्देश
केंद्र ने देश के तमाम राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से अस्पतालों में कोविड-19 और इन्फ्लूएंजा के खिलाफ टीकाकरण कवरेज, दवाओं और मेडिकल ऑक्सीजन की उपलब्धता जैसी तैयारियों का जायजा लेने का भी अनुरोध किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने शनिवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को एक पत्र भेजा है “जबकि बीते कुछ महीनों में COVID-19 में काफी कमी आई है, लेकिन कुछ राज्यों में COVID-19 परीक्षण सकारात्मकता दर में क्रमिक वृद्धि एक चिंताजनक मुद्दा है, जिस पर तुरंत ध्यान देने की आवश्यकता है।”
फूड सप्लीमेंट खाने से युवक की मौत
https://medicarenews.in/news/35873
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव भूषण ने नए मामलों को लेकर कहा कि कोविड के नए मामलों की कम संख्या, अस्पताल में भर्ती होने वालों की संख्या में कमी और कोविड-19 टीकाकरण कवरेज के मामले में महत्वपूर्ण प्रगति के बावजूद, सतर्क रहने और परीक्षण, ट्रैक, उपचार की पांच गुना रणनीति पर ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता है। टीकाकरण और कोविड-उपयुक्त व्यवहार का पालन किया जाए।
एच3एन2 से इन लोगों को है ज्यादा परेशानी
सचिव राजेश भूषण ने कहा कि अलग लैब में विश्लेषण किए जा रहे नमूनों में इंफ्लुएंजा ए (H3N2) की प्रबलता विशेष रूप से चिंता का विषय है। एच1एन1, एच3एन2, एडेनोवायरस इत्यादि के लिए यह भी ध्यान में रखा जाना चाहिए कि छोटे बच्चे, बुजुर्ग और सह-रुग्णता से पीड़ित लोग विशेष रूप कमजोर लोगों को ज्यादा परेशानी है।