जालंधर (पंजाब)। अवैध नशा मुक्ति केंद्र का भंडाफोड़ कर 107 लोगों को मुक्त कराया गया है। एसडीएम के साथ सिविल अस्पताल की टीम और पुलिस ने जंडियाला के पास गांव समरावां में अवैध नशा छुड़ाओ केंद्र में रेड की। इस दौरान 107 युवकों को मुक्त करवाया और सभी को सात एंबुलेंस में सिविल अस्पताल के नशा छुड़ाओ केंद्र में लाया गया। देर रात सभी युवकों को छोड़ दिया गया। वहीं, अवैध नशा छुड़ाओ केंद्र को बंद करवाने के लिए पुलिस की टीमें मौके पर बैठी रहीं।

अवैध नशा छुड़ाओ केंद्र से सिविल अस्पताल पहुंचे पीडि़तों ने बताया कि गांव समरावां में बने सेंटर में 45 लोगों को रखने की जगह थी। जबकि 100 से ज्यादा लोगों को भर्ती किया गया था। हर रोज उनके साथ मारपीट की जाती और जमीन पर लिटाया जाता था। युवक ने कहा कि वो 16 दिन से वहां दाखिल था। वह नशा छोडऩा चाहता था। बाद में पता चला कि नशा छुड़ाओ केंद्र के पास कोई कागजात नहीं थे और वहां पर उन्हें अवैध रूप से रखा गया था।

एसडीएम को किसी ने शिकायत की थी कि सेंटर अवैध तौर पर चलाया जा रहा है। इसके बाद खुद एसडीएम मौके पर पहुंचे। उन्होंने कागजात चेक किए और बाद में सेंटर बंद करवा दिया। सिविल अस्पताल में मनोचिकित्सक विभाग के डॉ. अभयराज सिंह ने कहा कि जंडियाला के समरावां में अवैध नशा मुक्ति केंद्र पर ऐसे भी मरीज मिले हैं, जिनकी कोई दवा नहीं चल रही थी। इन सभी मरीजों को सिविल अस्पताल के मनोचिकित्सक विभाग में इलाज के लिए लाया गया है।