औरास, उन्नाव (उप्र)। इलाज में लापरवाही बरतने पर लक्ष्य हॉस्पिटल को सील करने का मामला सामने आया है। सीएचसी प्रभारी सहित चार सदस्यीय टीम ने लक्ष्य हॉस्पिटल में दबिश दी। हॉस्पिटल संचालक को नोटिस दिया है और पंजीकरण से जुड़े कागज प्रस्तुत करने को कहा है। वहीं, पुलिस ने संचालक पर इलाज में लापरवाही के आरोप में केस दर्ज कर लिया है।

यह है मामला

औरास थानाक्षेत्र के निरखीखेड़ा मजरा मिर्जापुर अजिगांव निवासी बाबूलाल ने मुख्यमंत्री पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराई थी कि उनकी बेटी दीपा (28) पत्नी सोहन लाल रक्षाबंधन पर मायके आई थी। दीपा आठ माह की गर्भवती थी। उसे सिरदर्द होने पर औरास के लक्ष्य हॉस्पिटल में ले जाया गया।

आरोप है कि हॉस्पिटल में डॉक्टर ने गलत इलाज किया। इससे एक घंटे में ही दीपा की तबीयत बिगड़ गई। गंभीर होने पर हॉस्पिटल संचालक ने रुपये लेने के बाद जवाब दे दिया था। इसके बाद परिजनों ने दीपा को लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती कराया था। यहां ऑपरेशन से उसने मृत बच्चे को जन्म दिया।

इस मामले की शिकायत मिलने पर जांच के लिए औरास सीएचसी प्रभारी डॉ. अनूप कुमार के नेतृत्व में गठित चार सदस्यीय टीम ने लक्ष्य हॉस्पिटल में दबिश दी। अस्पताल संचालक से पंजीकरण दिखाने के लिए कहा लेकिन वह कोई भी कागज नहीं दिखा सके। टीम ने संचालक के बयान दर्ज करने के बाद हॉस्पिटल को सील कर दिया।

हॉस्पिटल के गेट पर नोटिस भी चस्पा

सीएचसी प्रभारी ने बताया कि हॉस्पिटल के गेट पर नोटिस चस्पा किया गया है। वहीं, पीडि़ता के पिता बाबूलाल की शिकायत पर औरास थाना पुलिस ने हॉस्पिटल संचालक पर इलाज में लापरवाही का केस दर्ज किया है। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।