बागपत (उप्र)। जीवन रक्षक दवाइयां डेढ़ माह में 30 फीसदी तक महंगी हो गई हैं। शुगर, किडनी, हृदय रोग, सांस की बीमारियों से लेकर सर्दी-जुकाम तक की दवाओं की कीमतों में उछाल आया है।

इससे निजी अस्पतालों में इलाज कराने वाले मरीज तो परेशान हैं ही, वहीं सरकारी अस्पतालों के मरीजों को भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। सरकारी अस्पतालों में मरीजों को बाहर की दवाएं लिखी जा रही हैं। ऐसे में शुगर की दवाएं जहां 17 से 18 प्रतिशत तक महंगी हुई हैं और सांस रोग की दवा के दाम में 22 से 50 प्रतिशत तक का इजाफा हुआ है।

इसी तरह हृदय रोग की दवा 18 प्रतिशत तक महंगी हुई है। सर्दी-जुकाम की दवाओं के रेट 30 से 40 प्रतिशत तक बढ़े हैं। मेडिकल स्टोर संचालकों का कहना है कि कंपनी ने ही दामों में वृद्धि की है और उन्होंने भी दवाओं के रेट बढ़ाए है। किसी भी मरीज से दवा के नाम पर गलत पैसा नहीं वसूला जा रहा है।

इस तरह बढ़े दवाओं के दाम

दवा                                        पहले           अब               प्रतिशत में वृद्धि 

ग्लाइकोमेट जीपी2 (शुगर)             152          178             17.11

जोमेलिस मेट 50एमजी/500एमजी (शुगर) 153      179          16.99

प्राइमाकोर्ट-100 (प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने) 36         47           30.56

टिकाबिड (हृदय रोग)                          272       321        18.01

डेरिफिलिन रिटार्ड 150 (सांस के रोग)        27         33         22.22

बेटनेसोल (मुंह के छाले व सांस रोग)          08         17        50.50

लेमिनो लेप्रो(आईवी) किडनी रोग              690        781      13.19

डोलो पेरासिटामोल (आईवी)                     300       331      10.33

सिनारेस्ट (सर्दी जुकाम)                         90          118      31.11

चेस्ट एंड कोल्ड (सर्दी जुकाम)                    46          65      41.30

एन फ्लोक्स (दस्त की दवा)                     92           131.95   43.42

गौ रोलेक्स (पेट की दवा)                        112          135       20.54