अजमेर (राजस्थान)। झोलाछाप डॉक्टर के क्लीनिक पर छापेमारी कर दवाइयां जब्त की गई हैं। अजमेर के भुनाबाय में चिकित्सा विभाग की इस कार्रवाई से झोलाछाप डॉक्टरों में हडक़ंप मच गया। जांच में पता चला कि फर्जी क्लीनिक का संचालक मात्र 12वीं पास था और फर्जी डॉक्टर बनकर लोगों को दवाइयां और ड्रिप चढ़ा रहा था।

यह है मामला

सीएमएचओ ज्योत्सना रंगा ने बताया कि विभाग को भूणाबाय क्षेत्र में एक अवैध रूप से क्लिनिक चलाने की सूचना मिली थी। सूचना के तहत वह खुद टीम के साथ मौके पर पहुंची। एक दुकान के अंदर क्लीनिक खुला हुआ था और दुकान के शटर पर कोई लाइसेंस नंबर नहीं लिखा हुआ था। समर विश्वास नाम के व्यक्ति द्वारा यह क्लीनिक संचालित किया जा रहा था।

फर्जी डॉक्टर के पास नकली डिग्री व भारी मात्रा में दवाइयां मिली और इन्हें जब्त कर लिया गया। मौके से एक्सपायरी डेट के इंजेक्शन भी मिले हैं। क्लीनिक को सीज कर सभी दवाइयां जब्त कर ली गई हैं। इस क्लीनिक बिना लाइसेंस के संचालित किया जा रहा था। स्वास्थ्य विभाग की टीम को बड़ी मात्रा में क्लीनिक से एक्सपायरी इंजेक्शन और दवाइयां भी बरामद हुई है। जिससे लाइसेंस मांगा गया तो उसके पास ना ही कोई ड्रग लाइसेंस और ना ही आरएमपी सर्टिफिकेट नहीं मिला था। युवक के द्वारा सिर्फ एक फूड लाइसेंस वह भी आयुर्वेदिक प्रोडक्ट का दिया गया। युवक 20 साल से दुकान संचालित कर रहा था। फिलहाल आरोपी युवक के खिलाफ कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।