परशदेपुर (रायबरेली)। प्रसूता की मौत के मामले में ऊं गंगोत्री अस्पताल के प्रबंधक, आशा बहू समेत तीन लोगों के खिलाफ डीह थाने में केस दर्ज किया गया है। केस दर्ज होने के बाद से सभी आरोपी फरार हो गए हैं। पीडि़त पक्ष ने आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

यह है मामला

परशदेपुर क्षेत्र के वीरपुर मजरे बरावां गांव निवासी अनिल कुमार ने बीती 14 सितंबर को अपनी पत्नी संजू देवी (27) को मटियारा चौराहा स्थित ऊं गंगोत्री हॉस्पिटल में दाखिल कराया था। आरोप है कि सिजेरियन प्रसव के दौरान प्रसूता की यूरिन नली को बंद कर दिया था। इसके कारण उसकी हालत खराब हो गई थी।

लखनऊ में इलाज के दौरान प्रसूता की मौत हो गई थी। उसके पति की शिकायत पर डीह थाने में आशा बहू, गंगोत्री हॉस्पिटल के डॉक्टर व प्रबंधक के खिलाफ लापरवाही से इलाज कर प्रसूता को मार डालने का केस दर्ज किया गया है। थाना प्रभारी राजीव सिंह ने बताया कि घटना की जांच कराई जा रही है। जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर कानूननी कार्रवाई की जाएगी।

खून ज्यादा बहने से हुई मौत

प्रसूता की मौत के बाद डॉक्टरों की टीम ने शव का पोस्टमार्टम किया। बछरावां सीएचसी की महिला चिकित्सक को भी पोस्टमार्टम में शामिल किया गया। सीएमओ डॉ. वीरेंद्र सिंह ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आ गई है। महिला की मौत ब्लड के अधिक रिसाव के कारण हुई है। टीम को जांच कर रिपोर्ट देने के आदेश दिए गए है। जांच में स्पष्ट होने के बाद संबंधितों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।