इस फार्मा को मिला लाभ

मुंबई। वडोदरा की दवा कंपनी एलेंबिक फार्मा का शुद्ध लाभ दूसरी तिमाही में साल दर साल के हिसाब से 69 फीसदी की बढ़ोतरी के साथ 2.07 अरब रुपये पर पहुंच गया। इसमें अमेरिका में वल्सार्टन उत्पाद की एकमुश्त आपूर्ति का योगदान रहा, जिसकी वहां कमी थी। राजस्व 4& फीसदी बढक़र 11.27 अरब रुपये रहा।
तिमाही के दौरान अंतरराष्ट्रीय कारोबार से प्राप्त कंपनी का राजस्व 124 फीसदी बढक़र 5.87 अरब रुपये हो गया। कंपनी के प्रबंध निदेशक प्रणव अमीन ने कहा कि अमेरिकी बाजार में उत्पादों की कमी के कारण एकमुश्त आपूर्ति के अवसर से मुनाफे को बल मिला। उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि वल्सार्टन की बिक्री नहीं होती तो अमेरिकी राजस्व में करीब 20 फीसदी की वृद्धि होती। अमीन ने कहा कि शेष दुनिया के बाजारों में हुई बिक्री में 100 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई। एलेंबिक अमेरिकी बाजार में इस साल 10 से 15 दवाओं को उतारने की योजना बना रही है। तिमाही के दौरान उसने एक दवा उतारी और आठ नई दवाओं (एएनडीए) के लिए आवेदन किया। तिमाही के दौरान कंपनी ने अनुसंधान एवं विकास (आरऐंडडी) पर करीब 1.14 अरब रुपये खर्च किया जो बिक्री का करीब 1& फीसदी है।
कंपनी का शेयर आज 4.27 फीसदी गिरावट के साथ 582 रुपये पर बंद हुआ। तिमाही के दौरान कंपनी का भारतीय फॉर्मूलेशन कारोबार &.85 अरब रुपये पर लगभग स्थिर रहा। कंपनी का कहना है कि पिछले साल जीएसटी लागू होने के कारण उसकी तुलना नहीं की जा सकती है। हालांकि कंपनी ने अपने घरेलू कारोबार के लिए 14 से 16 फीसदी वृद्धि की उम्मीद जताई है।
चालू वित्त वर्ष की पहली छमाही के लिए कंपनी ने अपने भारतीय फॉर्मूलेशन कारोबार के लिए 15 फीसदी वृद्धि दर्ज की है और उसका कारोबार बढक़र 7.16 अरब रुपये हो गया। जबकि अंतरराष्ट्रीय राजस्व इस दौरान 7& फीसदी बढ़त के साथ 9.&9 अरब रुपये हो गया। चाूल वित्त वर्ष की पहली छमाही के लिए कुल राजस्व &8 फीसदी बढक़र 19.9 अरब रुपये हो गया, जबकि कर बाद मुनाफा 6& फीसदी बढक़र &.05 अरब रुपये हो गया।
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