हेयर रिमूविंग ट्रीटमेंट के मरीज उठा रहे परेशानी

  •  पीजीआई में आठ माह से खराब पड़ी है मशीन।
  • 500 का काम बाहर 2500 रुपए में होता है।
चंडीगढ़। पीजीआई आने वाले मरीजों को पिछले 8 महीने से हेयर रिमूविंग ट्रीटमेंट बाहर से करवाना पड़ रहा है। वजह ये है कि पीजीआई की ओपीडी में लगी हेयर रिमूविंग ट्रीटमेंट देने वाली लेजर मशीन अप्रैल माह से खराब पड़ी है। पीजीआई प्रशासन ने इस मशीन को ठीक नहीं करवाया, इसलिए मरीजों को बाहर से इलाज करवाना पड़ रहा है। यहां मरीजों को मशीन खराब बताकर लौटा दिया जाता है। कई लोगों का कहना है कि हर सिटिंग में इस मशीन की मदद से होने वाले लेजर ट्रीटमेंट का खर्च 500 रुपए आता था। अब ये मशीन खराब है तो हर बार ओपीडी में कंसलटेशन के बाद बाहर से ही ट्रीटमेंट करवाना पड़ रहा है। बाहर से हर सिटिंग में होने वाले ट्रीटमेंट का खर्च 2500 रुपए आता है। कई मरीजों को आठ महीने से बाहर से लेजर ट्रीटमेंट करवाना पड़ रहा है, लेकिन पीजीआई इस मशीन को ठीक करवाने के लिए गंभीर नहीं है।
कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट होने से गंभीर नही अस्पताल प्रशासन 
बताया गया है कि पीजीआई के डिपार्टमेंट ऑफ डर्मेटोलॉजी के अंडर आने वाली ये मशीन ओपीडी मरीजों के ट्रीटमेंट के लिए है। इस मशीन पर होने वाला ट्रीटमेंट कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट की कैटेगरी में आता है, इसलिए इस मशीन को प्राथमिकता के आधार पर ठीक नहीं करवाया जा रहा है। लेकिन इसका खामियाजा पहले से इलाज करवा रहे मरीजों को भुगतना पड़ रहा है।
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