सेनेटाइजर व मास्क की जमाखोरी, रसद विभाग ने बड़ी खेप की बरामद

जोधपुर। कोरोना वायरस के चलते सेनेटाइजर व मास्क की कालाबाजारी बढऩे लगी है। रसद विभाग ने जरूरत से ज्यादा स्टॉक एकत्रित करने की शिकायत पर कार्रवाई करते हुए 1 हजार सेनेटाइजर और 835 मास्क को आवश्यक वस्तु अधिनियम के तहत जब्त किया है। प्रवर्तन निरीक्षक ओपी हर्ष, ओपी पूनिया, पुष्पराज पालीवाल ने बताया कि मेडिकल स्टोर के फार्मासिस्ट ने दो दिन पहले ही मेडिकल स्टोर के संचालन का लाइसेंस चिकित्सा विभाग से लिया था। लाइसेंस मिलते ही उसने अहमदाबाद से सेनेटाइजर और मास्क मंगवाए। रसद विभाग की टीम को सूचना मिली कि फार्मासिस्ट मास्क 25 से 30 रुपए व सेनेटाइजर भी तय दाम से अधिक में बेच रहा है। टीम ने गुप्त रूप से पता लगाया तो मामला सही निकला। इस पर निरीक्षक ने टीम समेत मौके पर दबिश देकर सेनेटाइजर और मास्क जब्त कर लिए।
गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क व सेनेटाइजर की डिमांड अचानक बढ़ गई है। दवा दुकानों पर लोगों की भीड़ देखी जाने लगी है। इन दोनों चीजों की कालाबाजारी रोकने के लिए सरकार ने दरें तय कर रखी हैं। इसके तहत दो प्लाई का मास्क अब आठ और तीन प्लाई का मास्क 10 रुपए से ज्यादा कीमत पर नहीं बेचा जा सकता। इसी तरह 200 मिली का सेनेटाइजर भी 100 रुपए तक में ही बेच सकेंगे। इधर, जिला प्रशासन ने स्थानीय स्तर पर सेनेटाइजर तैयार करवाने और उसकी बिक्री की कवायद शुरू की है। रसद विभाग की ओर से शहर के दवा विक्रेताओं को तय मात्रा में मास्क उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। इनकी ओर से जब्त किए गए मास्क व सेनेटाइजर सहकारी भंडार के दवा काउंटर पर बिना लाभ-बिना नुकसान के दिए जाएंगे।

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