कृमि मुक्ति दिवस पर कीड़े की दवा खाने से बीमार हुए बच्चे

कृमि मुक्ति दिवस पर कीड़े की दवा खाने से बीमार हुए बच्चे

Bageshwar: 17 अप्रैल को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर उत्तराखंड में स्कूल और कॉलेजों के छात्रों को कीड़े की दवाई खिलाई गई। बागेश्वर (Bageshwar) के राजकीय जूनियर हाईस्कूल कीड़े मारने की दवा एलबेंडाजोल खिलाने के बाद 11 बच्चों की हालत गंभीर हो गई। उन्हें उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने लगी जिसके बाद इलाज के लिए बच्चों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। इलाज के बाद जब बच्चों की सेहत में सुधार हुआ तो उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी गई।

कीड़े मारने की दवा खाने के बाद बच्चों को पेट में दर्द और उल्टी की शिकायत (Bageshwar) 

राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर  तमाम जिले के स्कूल और कॉलेज स्टूडेंट्स को एलबेंडाजोल खिलाया गया था। दवा खाते ही 11 बच्चों की हालत खराब होने लगी। बच्चों की बिगड़ती हालत देखकर शिक्षकों ने आनन-फानन में फोन कर एंबुलेंस को बुलाया। एंबुलेंस बच्चों को जिला अस्पताल लेकर पहुंची। डॉ गुंजन ने तमाम बच्चों का इलाज किया। डॉ ने बताया कि कीड़े मारने की दवा खाने के बाद बच्चों को पेट में दर्द और उल्टी होने लगी। इंजेक्शन लगाने और दवा देने के बाद सभी बच्चे ठीक हो गए। बाद में उन्हें अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।

एलबेंडाजोल खाने के बाद इन बच्चों की बिगड़ी हालत

मोहित थापा (13, कक्षा सात) पुत्र पंकज थापा , सुमित कुमार (15, कक्षा आठ) पुत्र जीवन लाल, आयुष कुमार (12, कक्षा छह) पुत्र कैलाश चंद्र, तरुण टम्टा (11, कक्षा छह) पुत्र भगवती प्रसाद, पीयूष कुमार (12, कक्षा छह) पुत्र भूपेंद्र प्रसाद, मानषी आर्य (10, कक्षा छह) पुत्री ईश्वर राम, इशिका आर्या (11, कक्षा छह ) पुत्री विजय कुमार, कोमल आर्या (12, कक्षा छह) पुत्री हीरा राम, दीपिका (13, कक्षा आठ) पुत्री विजय कुमार, रौनक कनवाल (12, कक्षा छह) पुत्र राकेश सिंह कनवाल और अंजली आर्या (13, कक्षा आठ) पुत्री गिरीश राम।

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स्कूल के प्रधानाध्यापक राजेंद्र सिंह बोरा ने बताया कि सोमवार को स्कूल के 30 बच्चों को कीड़े की दवाई खिलाई गई थी जिसमें से 11 बच्चों की तबीयत दवा खाते ही बिगड़ गई।

 

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