NMC Guidelines: राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC Guidelines) की ओर से डॉक्टरों, मेडिकल प्रोफेसर, और मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए नए दिशा-निर्देश जारी किए हैं। इन दिशा-निर्देश की ओर से राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग ने मेडिकल छात्रों और शिक्षकों को निर्देशित किया है कि वे मरीजों की निजता का सम्मान करें और उनके स्वास्थ्य संबंधी या अन्य कोई जानकारियों को सार्वजनिक न करें और दूसरों के साथ शेयर भी न करें।
मरीजों की प्राइवेसी का ध्यान रहें (NMC Guidelines)
राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (एनएमसी) ने कहा कि मरीजों की चिकित्सा संबंधी जानकारी की गोपनियता बनाए रखें। छात्रों के लिए स्थानीय भाषा सीखने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया ताकि मरीजों के साथ प्रभावी ढंग से बातचीत की जा सके और सामुदायिक कार्यक्रमों में भाग लिया जा सके। दिशा-निर्देश में कहा गया है कि मेडिकल छात्रों से उम्मीद की जाती है कि वे अपने सभी पेशेवर कार्यों के दौरान शालीन और उचित कपड़े पहनें। दिशा-निर्देशों के अनुसार, अपने क्लीनिकल प्रशिक्षण के दौरान मेडिकल छात्रों को रोगियों के समक्ष नम्रता से पेश आना चाहिए।
मरीजों की जरुरत के प्रति संवेदनशील रहें
मेडिकल छात्रों को खुद की देखभाल और एक स्वस्थ जीवन शैली का अपनाने, शराब, तंबाकू से बचने की सलाह भी दी गई है। साथ ही कहा गया है कि मादक द्रव्यों के सेवन के मामले में छात्रों से उपचार और परामर्श लेने की अपेक्षा की जाती है। ‘व्यक्तिगत विकास से संबंधित जिम्मेदारियों’ के तहत, दिशा-निर्देशों में कहा गया है कि छात्रों को मरीजों की जरूरतों के प्रति संवेदनशील होना चाहिए और चिकित्सा जानकारी की गोपनीयता बनाए रखनी चाहिए।
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एनएमसी के नैतिकता और चिकित्सा पंजीकरण बोर्ड (ईएमआरबी) के सदस्य डॉ योगेंद्र मलिक की ओर से जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि मेडिकल छात्रों को अपनी हद के बारे में पता होना चाहिए और इलाज के बारे में सलाह देने या अपने शिक्षकों से उचित निर्देश के बिना परामर्श देने से बचना चाहिए।