ग्रेटर नोएडा। फार्मा कंपनियों का महाकुंभ लगने जा रहा है। इस महाकुंभ में 15 से ज्यादा कंपनियां शामिल होंगी। फार्मा इंडस्ट्री के मार्डनाइजेशन, इनोवेशन और सस्टेनेबिल्टी को प्रदर्शित करने वाला सीपीएचआई और पीएमईसी एक्सपो 26 से 28 नवंबर तक आयोजित होगा। बताया गया है कि इस साल एक्सपो में 2000 से अधिक एग्जीबीटर शामिल होंगे।
यह है मामला
आयोजक इंफॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के अनुसार एक्सपो में 10 हजार से अधिक उत्पादों का प्रदर्शन किया जाएगा। यह फार्मा उद्योग में कोलेब्रेशन और इनोवेशन के लिए एक अनूठा स्थान प्रदान करेगा। फार्मा इंडस्ट्री एक्सपो में अमेरिका, यूएई, दक्षिण कोरिया, जापान, मिस्र, वियतनाम, फिलीपींस, मलेशिया, इटली आदि देशों से अपेक्षित भागीदारी होगी।
प्रमुख एग्जीबीटर में डॉ रेड्डीज लैबोरेटरीज लिमिटेड, बायोकॉन लिमिटेड, ग्लेनमार्क लाइफसाइंसेज लिमिटेड, मोरपेन लैबोरेटरीज लिमिटेड, हेटेरो लैब्स लिमिटेड, ल्यूपिन लिमिटेड, सिग्नेट एक्सिपिएंट्स प्राइवेट लिमिटेड शामिल हैं।
पीएमईसी प्रदर्शकों में एसीजी, एक्यूपैक इंजीनियरिंग, ऐस टेक्नोलॉजीज, अविश मशीन्स, बोमन एंड आर्चर फार्मा मशीन्स, कैडमैच मशीनरी, सीएएम पाक इंडिया, फेटे इंडिया, आईएमए इंडस्ट्रिया मशीन, पार्ले ग्लोबल टेक्नोलॉजीज, स्नोबेल मशीन्स और ट्रूकिंग टेक्नोलॉजी शामिल हैं। ये कंपनियां फार्मास्युटिकल निर्माण के लिए अत्याधुनिक उपकरणों का प्रदर्शन करेंगे।
इंफॉर्मा मार्केट्स इन इंडिया के प्रबंध निदेशक योगेश मुद्रास ने कहा कि भारत की फार्मा इंडस्ट्री वर्तमान में उत्पादन मात्रा के हिसाब से विश्व स्तर पर तीसरे स्थान पर है। पिछले नौ वर्षों में 9.43 प्रतिशत की सीएजीआर के साथ एक संपन्न क्षेत्र के रूप में विकसित हुआ है।
गौरतलब है कि पिछले 16 सालों में, सीपीएचआई और पीएमईसी इंडिया एक्सपो ने उद्योग के दृष्टिकोण और विकास को प्रतिबिंबित किया है। अब दुनिया के सबसे बड़े वैश्विक फार्मास्युटिकल कम्यूनिटी के एक प्रमुख हिस्सा है।