छत्रपति संभाजीनगर (महाराष्ट्र)। नशीली दवा की तस्करी का मामला पकड़ में आया है। मौके से मुख्य सप्लायर नीतीश कुमार सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया गया है।
यह है मामला
जानकारी अनुसार बीते चार महीनों में ग्वालियर, मध्य प्रदेश से छत्रपति संभाजीनगर में 10 लाख की नशीली दवाइयाँ और गोलियाँ तस्करी कर लाई गई थीं। पता चला कि इनको वितरक नीतीश कुमार सक्सेना ने सप्लाई किया था। नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) टीम ने कुछ दिन पहले सक्सेना को गिरफ्तार किया था।
कुख्यात तस्कर फैजल तेजा की मां रेशमा अंजुम सैयद एजाज को गिरफ्तार करने और उसके कब्जे से मादक पदार्थ जब्त करने के बाद जांच शुरू हुई। पूछताछ में पता चला कि ड्रग तस्कर यूसुफ खान महबूब खान (बैजीपुरा) और प्रवीण उमाजी गवली (नासिक) शहर में नशे के आदि लोगों को ड्रग की बोतलें और गोलियां सप्लाई करते थे। दोनों तस्करों को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने कबूल किया कि एफआरएक्स कंपनी के एक मेडिकल प्रतिनिधि ने उन्हें ड्रग्स मुहैया कराई थी, जिसे वे उपयोगकर्ताओं को वितरित करते थे। इसके बाद एक पुलिस दल ग्वालियर गया और सक्सेना को गिरफ्तार कर लिया। सक्सेना ने कथित तौर पर विपिन गौतम की आईडी का उपयोग करके पूरे राज्य में ड्रग्स वितरित किया। पिछले चार महीनों में, शहर में 10 लाख की ड्रग्स की तस्करी की गई। जबकि एक सिरप की बोतल की वास्तविक कीमत 30 है। इसे महाराष्ट्र में नशे के आदि लोगों को 150 से 400 की कीमत पर बेचा गया था।