हैदराबाद। एंटीबायोटिक दवा का इंजेक्शन लगने से किशोर की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। पुलिस ने आरोपी दो लोगों को गिरफ्तार किया है।

यह है मामला

राचकोंडा पुलिस के अनुसार मेडिकल स्टोर के मालिक समेत दो लोगों ने किशोरों को दर्द निवारक गोलियां बेची थीं। युवकों ने गोलियों को कुचलकर और खारे पानी में मिलाकर इंजेक्शन लगा लिया। इंजेक्शन लगाने के बाद तीनों दोस्त बीमार पड़ गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया। इनमें से एक 17 वर्षीय किशोर की 19 अप्रैल को इलाज के दौरान मौत हो गई। मृतक के पिता ने इस बारे में शिकायत दर्ज कराई और बालापुर पुलिस ने दवा बेचने वाले दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने बताया कि मुख्य आरोपी ने इलाके के युवाओं से दोस्ती की और उन्हें समझाया कि अगर वे दर्द निवारक गोलियों में खारा पानी मिलाकर नसों में डालेंगे तो उन्हें नींद आ जाएगी। शुरुआत में वह इंजेक्शन मुफ्त में देता था। युवाओं को नशे की लत लगने के बाद वह इसके लिए पैसे लेने लगा। आरोपी ने मेडिकल स्टोर के मालिक से दर्द निवारक गोलियां खरीदीं। दोनों आरोपी जानते थे कि भारी मात्रा में दर्द निवारक दवाओं के इस्तेमाल से मौत हो सकती है और नाबालिगों को इसे देना अपराध है। इसके बावजूद उन्होंने नियमों की अनदेखी की। इसके चलते दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। फिलहाल दोनों आरोपियों के खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जा रही है।