नई दिल्ली। पीरियड रोकने के लिए खाई दवा एक लडक़ी के लिए जानलेवा बन गई। उसने पीरियड रोकने के लिए कुछ हार्मोनल गोलियां लीं। इसके कारण उसे डीप पेन थ्रोम्बोसिस से ग्रसित होना पड़ा। डॉक्टर ने उसे भर्ती करने के लिए कहा तो उसके पिता ने मना कर दिया। आधी रात को ही लडक़ी की मौत हो गई।
वैस्कुलर सर्जन डॉ. विवेकानंद ने बताया कि उनके क्लिनिक में एक 18 साल की लडक़ी आई थी। उसके पैर और जांघ में दर्द और सूजन था। उसे काफी बेचैनी भी हो रही थी। उसने बताया कि घर में पूजा के कारण उसने पीरियड रोकने के लिए कुछ हार्मोनल गोलियां ले ली थीं।
उसका स्कैन कराया गया तो पता चला कि वह डीप पेन थ्रोम्बोसिस से ग्रसित है। यह थक्का उसके नाभि के पास तक था। डॉक्टर ने उसे एडमिट करने के लिए कहा। उसके पिता ने यह कहकर मना कर दिया कि उसकी मां कल लेकर आएगी।
डॉ. विवेकानंद ने कहा कि आधी रात को मुझे कॉल आया कि एक लडक़ी को इमरजेंसी वार्ड में भर्ती कराया है, जो सांस नहीं ले पा रही है। डॉक्टर ने कहा कि काफी देर हो चुकी थी और एक नन्ही जान चली गई। बता दें कि डीप पेन थ्रोम्बोसिस एक मेडिकल कंडीशन है। इसमें गहरी नस में, आमतौर पर पैरों में रक्त का थक्का बन जाता है।