जेनेया। डब्ल्यूएचओ (WHO) ने नियंत्रित दवाओं के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं। आठवें विश्व स्वास्थ्य सम्मेलन के दौरान बताया गया कि आवश्यक नियंत्रित दवाओं तक सुरक्षित, न्यायसंगत और सस्ती पहुँच सुनिश्चित की जाए।

गौरतलब है कि ओपिओइड, बेंजोडायजेपाइन, बार्बिटुरेट्स, एम्फ़ैटेमिन और डिसोसिएटिव एनेस्थेटिक्स, ऐसी नियंत्रित दवाइयाँ हैं जिनका उपयोग चिकित्सा या वैज्ञानिक उद्देश्यों के लिए अधिकृत है। दिशानिर्देशों में कहा गया कि इन दवाओं को सावधानीपूर्वक विनियमन और चिकित्सा पर्यवेक्षण के तहत निर्धारित किया जाना चाहिए। इनमें ऐसे गुण होते हैं जो गैर-चिकित्सा उद्देश्यों के लिए उपयोग किए जाने पर स्वास्थ्य जोखिम बढ़ा सकते हैं।

वे दवा उपयोग विकारों और दवा निर्भरता से जुड़े हो सकते हैं, जब तक कि तर्कसंगत उपयोग सुनिश्चित न हो। हालांकि इनमें जीवन को बेहतर बनाने वाले आवश्यक गुण भी होते हैं। इन्हें विशिष्ट चिकित्सा स्थितियों के इलाज के लिए उचित रूप से उपयोग किया जाता है तो वे पीड़ा को कम करते हैं। साथ ही स्वास्थ्य और कल्याण में सुधार करते हैं।