नई दिल्ली। WHO ने भारतीय जेनेरिक दवाइयों की तारीफ की है। हाइपरटेंशन पर अपनी रिपोर्ट मे वल्र्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन ने हाइपरटेंशन की दवाओं के सफल मूल्य निर्धारण के लिए भारत का उदाहरण दिया। WHO ने कहा कि हाइपरटेंशन में सुधार के लिए भारत के व्यापक दृष्टिकोण ने जन स्वास्थ्य में उल्लेखनीय सुधार किया है और रक्तचाप नियंत्रण दर में सुधार किया है।

इसमें राष्ट्रीय नि:शुल्क औषधि सेवा पहल, जेनेरिक दवाओं के उपयोग को बढ़ावा देना और आवश्यक उच्च रक्तचाप रोधी दवाओं पर मूल्य सीमा लागू करना शामिल है।

इंडिया हाइपरटेंशन कंट्रोल इनिशिएटिव (आईएचसीआई) ने सार्वजनिक क्षेत्र के क्लीनिकों में नि:शुल्क, गुणवत्ता-सुनिश्चित जेनेरिक उच्च रक्तचाप रोधी दवाओं की विश्वसनीय आपूर्ति सुनिश्चित की। इसे सरल, प्रोटोकॉल-आधारित उपचार पद्धतियों और मजबूत दवा खरीद प्रणालियों का भी समर्थन प्राप्त था।