सन फार्मा और ल्यूपिन ने अमेरिकी बाजार से दवाइयां वापस मंगवाई

मुंबई। देश की प्रमुख दवा कंपनियों सन फार्मा और ल्यूपिन ने अमेरिकी बाजार से अपनीे कुछ दवाइयां वापस मंगवाई हैं। ये दवाइयां मैन्युफैक्चरिंग में कुछ दिक्कत आने के कारण वापस मंगवाई जा रही हैं।

सन फार्मा ने ली सोडियम टैबलेट वापस

दवा रेगुलेटर अमेरिकी फूड एंड ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (यूएसएफडीए) के अनुसार मुंबई की कंपनी सन फार्मास्युटिकल इंडस्ट्रीज (Sun Pharma) लिथ्रोनाइन सोडियम टैबलेट के 96,192 बोतल अमेरिकी बाजार से वापस ले रही है। बता दें कि इस दवा का इस्तेमाल थायराइड के इलाज में किया जाता है।

प्रिंस्टन में मौजूद सन फार्मा की यूनिट ने भी कुछ टैबलेट्स वापस मंगवाई हैं। कंपनी के दादरा प्लांट में बनी इन दवाओं की मैन्युफैक्चरिंग में समस्या आई बतायी गई है। कंपी का कहना है कि दवा की क्वालिटी ठीक नहीं रहने से इसे वापस लिया जा रहा है।

ल्यूपिन ने पेंसिलामीन दवा वापस ली

मुंबई की एक और दवा कंपनी ल्यूपिन (Lupin) भी अमेरिकी बाजार से पेंसिलामीन दवा वापस ले रही है। इस दवा का इस्तेमाल गठिया और विल्सन रोग के इलाज में होता है। बाल्टीमोर स्थित कंपनी की इकाई इन दवाओं को वापस ले रही है। यह दवा कंपनी के नागपुर प्लांट में निर्मित हुई थी। कंपनी ने पूरे अमेरिका में क्लास टू लेवल पर स्वैच्छिक तरीके से टैबलेट्स को रिकॉल करने का फैसला किया है।

क्लास टू रिकॉल का यह है अर्थ

बता दें कि जब किसी दवा के इस्तेमाल से स्वास्थ्य पर बुरा असर पडऩे की आशंका होती है, तब क्लास टू रिकॉल होता है। भले ही यह अस्थायी तौर पर हो। यह भी माना जा सकता है कि स्वास्थ्य पर यह दवा अपना गंभीर असर नहीं दिखा पाएगी।